लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में ‘मां की रसोई’ का शुभारंभ किया। इस रसोई का संचालन नंदी सेवा संस्थान द्वारा किया जा रहा है, और इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मात्र 9 रुपए में भरपेट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है।
सीएम योगी ने पेश की सेवा का उदाहरण
उद्घाटन समारोह के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘मां की रसोई’ की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और साथ ही सेवा का भी उदाहरण पेश किया। उन्होंने स्वयं थाली लगाकर उपस्थित लोगों को भोजन परोसा। उनका यह सादगीपूर्ण कार्य और सेवा भावना सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
‘मां की रसोई’ में क्या मिलेगा?
‘मां की रसोई’ में 9 रुपए के न्यूनतम मूल्य पर दाल, 4 रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई जैसी पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन दिए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को गरिमा के साथ भोजन उपलब्ध कराना है।
किचन की बारीकी से की गई जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने रसोई के किचन का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खाना बनाने की प्रक्रिया और सफाई व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने खाने की गुणवत्ता और व्यवस्था की सराहना की।
सेवा भाव से प्रेरित पहल
सीएम योगी ने इस पहल को सेवा भाव से प्रेरित बताया। उनका कहना था कि ‘मां की रसोई’ न केवल गरीबों को भोजन उपलब्ध कराएगी, बल्कि समाज में एकजुटता और सेवा के संदेश को भी बढ़ावा देगी।
सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति
इस मौके पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। साथ ही, जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।