थाइरॉइड बढ़ना आजकल एक सामान्य समस्या बन चुकी है। यह बीमारी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है, जो हमारे वजन बढ़ने का प्रमुख कारण बनता है। थाइरॉइड के कारण बालों में भी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे बालों का अत्यधिक टूटना, रफ होना, आदि। आइए जानते हैं कि थाइरॉइड हमारे शरीर के अलावा बालों को कैसे प्रभावित करता है।
क्या है थाइरॉइड?
हमारे गले में स्थित थाइरॉइड ग्लैंड कई प्रकार के हार्मोन का निर्माण करता है, जो पाचन क्रिया से लेकर शरीर के अन्य कार्यों के संचालन के लिए जिम्मेदार होते हैं। थाइरॉइड की समस्या तब उत्पन्न होती है, जब यह ग्लैंड सही तरीके से काम करना बंद कर देता है, जिससे शरीर के कार्य प्रभावित होते हैं। इसे ही थाइरॉइड की समस्या कहा जाता है।
थाइरॉइड के प्रकार
थाइरॉइड की समस्या दो प्रकार की होती है, जो व्यक्ति पर अलग-अलग प्रभाव डालती है:
हाइपोथायरायडिज्म
इसमें थाइरॉइड ग्लैंड हार्मोन्स का कम उत्पादन करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इससे व्यक्ति को थकान, वजन बढ़ना, ठंड लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- हाइपरथायरायडिज्म
इसमें थाइरॉइड ग्लैंड हार्मोन्स का अत्यधिक उत्पादन करता है, जिससे शरीर में अत्यधिक मेटाबॉलिज्म पैदा होता है। इसके कारण व्यक्ति को तेज़ हार्ट बीट, ज्यादा प्यास लगना, वजन घटना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। - थाइरॉइड और बालों का संबंध
हमारे बालों की ग्रोथ में शरीर में बनने वाले हार्मोन का महत्वपूर्ण रोल होता है। जब थाइरॉइड ग्लैंड हार्मोन का सही तरीके से उत्पादन नहीं कर पाता, तो इसका सीधा प्रभाव बालों की सेहत पर पड़ता है। थाइरॉइड होने पर बालों की ग्रोथ धीमी हो जाती है और वे जड़ों से कमजोर हो सकते हैं। इसके अलावा, थाइरॉइड के कारण स्कैल्प में ड्राईनेस या खुजली जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
नोट:
यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।