मणिपुर हिंसा पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की माफी, कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा सवाल

Manipur Chief Minister N Biren Singh apologizes for violence, Congress questions PM Modi

इम्फ़ाल: नए साल के ठीक एक दिन पहले, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में हुई हिंसा के लिए माफी मांगी और राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी उन्हें घेरते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तीखा सवाल करते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा क्यों नहीं किया।

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मांगी माफी
2024 के आखिरी दिन, 31 दिसंबर को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर के लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि राज्य के लिए यह वर्ष बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि 3 मई से जारी हिंसा के दौरान कई लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं और अनेक परिवारों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं मणिपुर के लोगों से माफी मांगता हूं। मुझे अफसोस है कि इस संकट में कई लोगों ने अपनों को खो दिया और अपने घर छोड़ने पड़े। लेकिन अब हमें शांति की दिशा में प्रगति दिखी है और मुझे विश्वास है कि 2025 तक राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “अब हमें मणिपुर के सभी समुदायों से अपील करनी चाहिए कि जो हो चुका, उसे भूलकर हम एक नया जीवन शुरू करें और शांति और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाएं।”

जयराम रमेश का तीखा हमला
मुख्यमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मणिपुर क्यों नहीं जा सकते और वहां वही बातें क्यों नहीं कह सकते जो मुख्यमंत्री ने कहीं? प्रधानमंत्री ने 4 मई, 2023 से मणिपुर का दौरा करने से जानबूझकर परहेज किया है, जबकि वह देश और दुनिया भर में यात्रा करते हैं। मणिपुर के लोग इस उपेक्षा को समझ नहीं पा रहे हैं।”

मणिपुर के हालात के लिए कांग्रेस जिम्मेदार: बीरेन सिंह
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर की मौजूदा स्थिति के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। एक लंबी पोस्ट के जरिए उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर में अस्थिरता कांग्रेस की नीतियों के कारण है। उन्होंने आरोप लगाया, “कांग्रेस ने मणिपुर में बर्मी शरणार्थियों को बार-बार बसाया और म्यांमार स्थित उग्रवादियों के साथ एसओओ (सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशेशन) समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह सब कांग्रेस की नीतियों का परिणाम है।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस के पूर्व नेता और भारत के पूर्व गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान मणिपुर की स्थिति खराब हुई थी, और अब यह समस्या मणिपुर के लोग झेल रहे हैं।

भविष्य की दिशा
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से शांति और सहनशीलता की अपील की है, और विश्वास जताया कि राज्य जल्द ही कठिन दौर से बाहर निकलकर समृद्धि की ओर बढ़ेगा। वहीं, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर मणिपुर के मामलों को नजरअंदाज करने का आरोप जारी रखा है, जबकि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कांग्रेस को अपनी आलोचना का निशाना बनाया।

राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच, मणिपुर के लोग अब एक शांतिपूर्ण और स्थिर भविष्य की उम्मीद लगाए हुए हैं।

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