पणजी: बीते साल की तरह इस साल भी पाञ्चजन्य पत्रिका ‘सागर मंथन सुशासन संवाद 2024’ का आयोजन करने जा रही है। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस (25 दिसंबर) के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसे देश सुशासन दिवस के रूप में मनाता है। इस वर्ष अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष है, और उनके सुशासन मॉडल से प्रेरणा लेकर इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है।
मुख्य अतिथि और विशेष विषयों पर चर्चा
इस कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वे सुशासन और विकास समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, कार्यक्रम में कई अन्य प्रमुख विचारक, नेता और विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख नाम शामिल हैं:
.गोपाल आर्य, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के अखिल भारतीय संयोजक, जो ‘प्रकृति भी, प्रगति भी’ पर अपनी बात रखेंगे।
.केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक, जो ‘सुशासन यानी कदमताल’ पर चर्चा करेंगे।
.पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर, जो कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
.पाञ्चजन्य के प्रबंध निदेशक अरुण गोयल, जो साथ में उपस्थित रहेंगे।
.राम माधव, इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष, जो ‘नया विश्व और भारत उदय’ पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
.नवीन सहगल, प्रसार भारती के अध्यक्ष, जो ‘सुशासन का अटल संकल्प’ पर अपने विचार साझा करेंगे।
.रिवाबा जडेजा, गुजरात की विधायक, जो ‘शक्ति और सुशासन’ पर चर्चा करेंगी।
.जयेन मेहता, अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर, जो ‘सहकार असरकार’ पर अपना अनुभव साझा करेंगे।
.चंद्रप्रकाश द्विवेदी, भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के प्रतिष्ठित निर्माता-निर्देशक, जो ‘सुशासन में धर्म’ पर अपनी बात रखेंगे।
कार्यक्रम की विशेषताएं और कला प्रस्तुतियां
इस कार्यक्रम में कई अन्य हस्तियां भी सुशासन, विकास और समाज सुधार पर अपने विचार रखेंगी। संस्कार भारती की ओर से गोवा के पारंपरिक नृत्य और वाद्यकौशल की प्रस्तुति भी की जाएगी, जो कार्यक्रम की सांस्कृतिक धारा को और भी समृद्ध करेगा।
कार्यक्रम का समय और स्थल
‘सागर मंथन सुशासन संवाद 2024’ का आयोजन मंगलवार, 24 दिसंबर 2024 को दक्षिणी गोवा स्थित नोवाटेल डोना सिल्विया में होगा। कार्यक्रम का समय सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित है। इसके अलावा, इस कार्यक्रम को पाञ्चजन्य के फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर भी लाइव देखा जा सकेगा।
निष्कर्ष
‘सागर मंथन सुशासन संवाद 2024’ का यह आयोजन न केवल अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन और उनके सुशासन के आदर्शों को याद करने का एक अवसर होगा, बल्कि यह सुशासन, विकास और समाज सुधार के महत्व को भी समझने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।