पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने को लेकर राजनीति का तापमान काफी बढ़ चुका है। इस बीच, मंगलवार को पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने 12 जनवरी को बिहार बंद की घोषणा कर दी।
राज्यपाल से मिलने के बाद पप्पू यादव ने राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में 12 जनवरी को बिहार बंद करेंगे। पप्पू यादव ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे इस आंदोलन में उनका समर्थन करें। विशेष रूप से उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से आग्रह किया कि वे इस मामले में सड़क पर उतरकर बिहार बंद का समर्थन करें और छात्रों को न्याय दिलाने की आवाज उठाएं।
बच्चों के साथ अन्याय नहीं होने देगा राज्यपाल: पप्पू यादव
पप्पू यादव ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि बीपीएससी के मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी और किसी भी हालत में बच्चों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने राज्यपाल के भरोसे का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि यह केवल चार लाख बच्चों का सवाल है, और इस मुद्दे को हल किया जाना चाहिए।
प्रशांत किशोर पर हमला
पप्पू यादव ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर भी कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि किशोर को बच्चों के संघर्ष में हस्तक्षेप करने के बजाय अपनी नेतागिरी बंद करनी चाहिए और अपनी मार्केटिंग छोड़ देनी चाहिए। यादव ने यह भी कहा कि बिहार के लोग ऐसे नेताओं को मुख्यमंत्री के रूप में देखते हैं जो संघर्ष करें, न कि वो जो सिर्फ प्रचार करते रहें।
12 जनवरी को बिहार बंद
पप्पू यादव ने यह स्पष्ट किया कि 12 जनवरी को होने वाला बिहार बंद पूरी विपक्षी एकता का प्रतीक होगा और इसमें सभी विपक्षी दल शामिल होंगे। वहीं, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे हैं, जो इस मुद्दे को लेकर उनके संघर्ष को और तेज कर रहे हैं।
बिहार में बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा के रद्दीकरण पर चल रही राजनीति अब अगले कुछ दिनों तक और भी तूल पकड़ सकती है।