पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितता के खिलाफ अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। कमजोरी और डिहाइड्रेशन के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई, जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों की सलाह के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है।
आज प्रशांत किशोर के अनशन का छठा दिन है। वे 2 जनवरी से अनशन पर हैं, और इसके बावजूद अस्पताल जाते समय उन्होंने कहा कि तबीयत खराब होने के बावजूद उनका अनशन जारी रहेगा।
पुलिस ने किया था गिरफ्तार
सोमवार को पटना के गांधी मैदान में धरना दे रहे प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें अदालत में पेश किया था। बाद में अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी, लेकिन प्रशांत किशोर ने जमानत की शर्तों को ‘अनुचित’ बताते हुए जमानत लेने से इनकार कर दिया था।
क्यों दर्ज किया गया था मामला
प्रशांत किशोर के खिलाफ गांधी मैदान में आमरण अनशन शुरू करने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। यह मामला पटना उच्च न्यायालय के उस आदेश का उल्लंघन था, जिसके तहत शहर के गर्दनी बाग इलाके के अलावा किसी अन्य स्थान पर इस तरह के प्रदर्शन पर रोक है। जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ वकील वाईवी गिरि ने पहले कहा था कि जमानत की शर्तें ‘अनुचित’ हैं, क्योंकि इसके तहत किशोर को एक लिखित हलफनामा देना पड़ा, जो उन्होंने ‘अपराध स्वीकार करने’ के समान बताया।
रिहाई के बाद की स्थिति
किशोर की रिहाई के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “स्थानीय प्रशासन ने इतनी कम तैयारी की थी कि वे मुझे न्यायिक हिरासत के बाद बेउर केंद्रीय कारागार नहीं ले जा सके। उनके पास आवश्यक कागजात नहीं थे और वे मुझे घुमाते रहे।” वहीं, पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता कुमार अमित ने कहा, “जमानत के मामले में कोई विशेष आवश्यकता नहीं थी, क्योंकि जिन धाराओं के तहत प्रशांत किशोर पर मामला दर्ज किया गया था, वे सभी जमानती हैं।”
फिलहाल, प्रशांत किशोर का अनशन जारी है और उनकी स्थिति पर नजर बनाए रखी जा रही है।