पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को गांधी मैदान में राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने बिहार में कृषि के क्षेत्र में हुए विकास का जिक्र करते हुए कहा कि 2006 से कृषि रोडमैप की शुरुआत के बाद राज्य में कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले यहां कुछ खास काम नहीं होता था। हमने 2006 में कृषि रोडमैप लागू किया और आज बिहार कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। किसानों के लिए यह मेला उनके लाभ के लिए आयोजित किया गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार किसानों की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है।
कृषि यंत्रों पर अनुदान का ऐलान
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इस मेले का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों से परिचित कराना और उनके उपयोग के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि 186 करोड़ रुपये के अनुदान के तहत 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है।
मेले की खासियत
मेले में 300 स्टॉल लगाए गए हैं।
किसानों को आधुनिक यंत्र और तकनीकों की जानकारी दी जा रही है।
चार दिनों तक चलने वाले इस मेले में किसानों को उनकी जरूरत के सभी उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
किसानों की आमदनी बढ़ाने पर जोर
कृषि मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में हमारी प्राथमिकता किसानों को आर्थिक रूप से खुशहाल बनाना है। नई तकनीक और यंत्रों के उपयोग से न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।”
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि नई तकनीक और यंत्रों का उपयोग कर वे अपनी खेती को और लाभकारी बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि किसानों को उनकी जरूरत की हर सुविधा उपलब्ध हो।
कृषि मेले में किसानों का उत्साह देखने लायक था। यह मेला राज्य में कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।