दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के कारण उत्पन्न हुई प्रतिकूल मौसम स्थिति से श्रीलंका में भीषण तबाही मच गई है। आपदा प्रबंधन केंद्र (डीएमसी) के अनुसार, बाढ़, तेज हवाओं और भूस्खलन से 4,50,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से सबसे अधिक 10 मौतें पूर्वी प्रांत में हुईं। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान बाद में भारत के तमिलनाडु राज्य की ओर बढ़ेगा, जिसके बाद मौसम की स्थिति में सुधार हो सकता है।
डीएमसी ने यह भी बताया कि कुछ क्षेत्रों में 100 मिलीमीटर तक बारिश और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का अनुमान है।
तमिलनाडु में भारी बारिश, चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ का खतरा
चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ शनिवार को पुडुचेरी के पास पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल रही हैं। राज्य परिवहन निगम ने चेन्नई और आसपास के इलाकों में कम सार्वजनिक परिवहन सेवाएं संचालित की हैं, जबकि पुलिस ने समुद्र तटों तक पहुंच को अवरुद्ध कर दिया है।
राज्य सरकार ने 30 नवंबर को शैक्षिक संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया और आईटी कंपनियों से कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी। हालांकि, सरकारी दुग्ध आपूर्ति और बिजली आपूर्ति सामान्य है।
पुडुचेरी में चक्रवात ‘फेंगल’ के असर से अलर्ट जारी
पुडुचेरी में भी चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ के असर को लेकर प्रशासन ने सावधानी बरती है। जिलाधिकारी ए कुलोथुंगन ने बताया कि करीब 12 लाख निवासियों को एसएमएस अलर्ट भेजकर चेतावनी दी गई है। निचले इलाकों से लोगों को निकाला गया है और आश्रय स्थल तैयार किए गए हैं। राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी क्षेत्र में पहुंच गई है। प्रशासन ने सभी निवासियों को घरों में रहने की सलाह दी है और समुद्र तट के पास की सड़कें और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं।
आगे की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘फेंगल’ के पुडुचेरी और महाबलीपुरम के बीच से गुजरने की संभावना है। इस दौरान भारी बारिश और तेज हवाओं का असर और बढ़ सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।