नई दिल्ली: भारत में मोल्दोवा गणराज्य की राजदूत एना तबान ने नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी से शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
डॉ. चतुर्वेदी ने राजदूत का स्वागत करते हुए भारत और मोल्दोवा के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्तों पर जोर दिया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं के बारे में बताया, जिसमें तिलहन और दालों में आत्मनिर्भरता हासिल करना, फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना, डिजिटल कृषि मिशन को आगे बढ़ाना और किसानों को बेहतर सेवा वितरण के लिए नीतियों को लागू करना शामिल है। उन्होंने साथ ही रोग मुक्त बागवानी रोपण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ पौध कार्यक्रम और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन की भी चर्चा की।
राजदूत एना तबान ने मोल्दोवा के कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का उल्लेख करते हुए, मोल्दोवा द्वारा कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के माध्यम से व्यापार के लिए संभावित बाजार अवसरों पर भी प्रकाश डाला।
इसके बाद, राजदूत ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत एक संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) की स्थापना के अनुमोदन की स्थिति और सेब की बाजार पहुंच को लेकर चर्चा की, ताकि इस पर शीघ्र अनुकूल विचार किया जा सके।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) ने भारत और मोल्दोवा के बीच ज्ञान साझा करने, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, कृषि विश्वविद्यालयों के साथ अनुसंधान एवं विकास सहयोग तथा कृषि उपकरणों के व्यापार के अवसरों पर जोर दिया।
इस बैठक में फैज अहमद किदवई, अपर सचिव (पीपी), संयुक्त सचिव (आईसी), संयुक्त सचिव (पीपी), ए एंड एफडब्ल्यू, विदेश मंत्रालय (एमईए) के एक प्रतिनिधि और मोल्दोवा दूतावास में सहायक लूसिया गुलाटी भी उपस्थित थीं।