लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस पहुंचे और 2020 में कथित गैंगरेप के बाद जान गंवाने वाली दलित युवती के परिवार से मुलाकात की। राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें निशाने पर लिया है।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी को ये नहीं पता कि हाथरस मामले में सीबीआई ने जांच पूरी कर ली है और यह मामला अदालत में चल रहा है। राहुल गांधी उत्तर प्रदेश को अराजकता और दंगों की आग में झोंकने की कोशिश कर रहे हैं, और लोगों को भड़काना चाहते हैं।”
वहीं, योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर ने कहा, “राहुल गांधी को चार साल बाद हाथरस की याद आई है। वे केवल राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस के राज में दलितों की बस्तियों को जलाया जाता था, लेकिन अब ऐसी घटनाएं नियंत्रण में हैं। कांग्रेस के राज में बड़े पैमाने पर दंगे होते थे, लेकिन अब हालात शांत हो गए हैं। ये लोग सत्ता के लिए बेताब हैं और उन्हें उम्मीद है कि सत्ता में वापसी होगी, लेकिन जनता को पता है कि कांग्रेस ने उनके साथ क्या व्यवहार किया था।”
कांग्रेस और सपा के बीच भीतरूनी कटुता
ओपी राजभर ने आगे कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच अंदरूनी कटुता है। उन्होंने कहा, “सपा चाहती है कि कांग्रेस उनके उठाए गए मुद्दों को उठाए, लेकिन कांग्रेस इसे पसंद नहीं करती। कांग्रेस खुद को राष्ट्रीय पार्टी मानती है, जबकि सपा को क्षेत्रीय पार्टी मानती है। इस तरह के व्यवहार से बचना चाहिए।”
साथ ही, उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट शिवसेना के नेता संजय राउत के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। ओपी राजभर ने कहा, “अब यह व्यक्तिगत बयान नहीं रह गया है, यह लोकतंत्र है। अगर महाराष्ट्र में हालात इतने खराब थे, तो भाजपा को पूर्ण बहुमत कैसे मिला?”
अन्य मुद्दों पर भी बयान
असम में एनआरसी और आधार कार्ड के मुद्दे पर यूपी सरकार में मंत्री ने कहा कि यह वहां की सरकार की पहल है और हर राज्य में सरकार अपनी नीति के अनुसार काम करती है। वहीं, समाजवादी पार्टी द्वारा किसानों से मुलाकात पर ओपी राजभर ने कहा, “जब ये लोग सरकार में होते हैं, तो किसानों और अल्पसंख्यकों का ख्याल नहीं रखते, लेकिन जब वे विपक्ष में होते हैं तो यह मुद्दे उन्हें याद आते हैं।”
(इनपुट: एजेंसी)