अतीक अहमद मर्डर: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की प्रयागराज में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर की हत्या,सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए जांच के आदेश

लखनऊ ,। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की शनिवार रात यहां एक मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. शूटिंग कैमरे में कैद हो गई क्योंकि मीडियाकर्मी मेडिकल चेकअप के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जा रहे थे. प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय रात को 10: 30 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई. शूटिंग मीडियाकर्मियों के कैमरों के कैद हो गई. घटना के बाद सनसनी फैल गई. अफरातफरी मच गई. घटना के बाद योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन के निर्देश दिए.

प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में निषेधाज्ञा के तहत धारा 144 लागू कर दी गई है.

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को तीन हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब पुलिस दोनों को यहां एक मेडिकल कॉलेज लेकर जा रही थी. महज दो दिन पहले ही झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा असद मारा गया था. गोलीबारी की घटना रात करीब 10 बजे की है जो कैमरे में दर्ज हो गई क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाते समय मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे.

काल्विन अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा विभाग के सामने अतीक और अशरफ की तीन युवकों ने उस समय करीब से गोली मारकर हत्या कर दी, जब अतीक अहमद से पत्रकार कुछ सवाल कर रहे थे. तीन लड़के वहां पहुंचे और उन्होंने अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, हम लोग घटना की जांच कर रहे हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. गिरफ्तार लोगों से अभी पूछताछ की जानी है.

पुलिस मौके से अहमद और अशरफ के गोलियों से छलनी शवों को ले जा रही है. दोनों को 2005 के उमेश पाल हत्याकांड की सुनवाई के लिए यहां लाया गया था. 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा और एक साथी मारा गया था.

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) करेली श्‍वेताभ पांडेय ने बताया कि अतीक और अशरफ को रूटीन जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तभी यह घटना हुई. तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हालांकि उन्होंने अन्य कोई ब्यौरा नहीं दिया.

पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्‍यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है. अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए और घटना को अंजाम दिया. उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे.

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