प्रयागराज: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स की निशानदेही पर एसआईटी की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. एसआईटी ने दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. प्रयागराज में रेलवे स्टेशन के पास मौजूद एक होटल से ये मोबाइल फोन बरामद किए गए. दोनों ही फोन में सिम कार्ड नहीं है. दोनों मोबाइल की फॉरेंसिंग जांच कराई जाएगी और डाटा रिकवरी भी कराई जाएगी. डाटा रिकवरी के बाद पुलिस के हाथ बड़े सुराग लग सकते हैं. आरोपियों ने मर्डर से पहले किससे फोन पर बात की. कौन उसे डायरेक्शन दे रहा था.
एसआईटी आज भी हत्यारोपियों से पूछताछ करेगी.तीनों आरोपियों को अलग-अलग बैठाकर पूछताछ की जाएगी. इसके बाद तीनों आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर भी एसआईटी पूछताछ करेगी. एसआईटी को अब तक की पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं. शूटर्स से पूछताछ में आज कुछ नए खुलासे भी हो सकते हैं. एसआईटी अतीक और अशरफ की हत्या के मोटिव का अब तक पता नहीं लगा पायी है. 23 अप्रैल की शाम 5 बजे तक एसआईटी हत्या आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या से पूछताछ करेगी. एसआईटी टीम में एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र, एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच ओमप्रकाश शामिल हैं.
शूटर सनी बोला मर्डर कर डॉन बनना चाहते हैं
वहीं, माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले लवलेश तिवारी,सनी सिंह और अरुण मौर्य से एटीएस ने लंबी पूछताछ की है. एटीएस ने आरोपियों से पूछा कि विदेशी पिस्टल किसने उपलब्ध कराई. किसके इशारे पर अतीक और अशरफ की हत्या की गई. हत्याकांड में और कौन लोग मौके पर पहुंचे थे. तीन घंटे तक एटीएस की टीम ने तीनों से पूछताछ की. पहले तीनों से अलग-अलग एटीएस ने पूछताछ गई. उसके बाद तीनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई.
एटीएस की पूछताछ में आरोपी सनी सिंह ने सनसनीखेज बयान दिया. सनी ने पूछताछ में कहा कि उसने अतीक के बेटे असद को उमेश पाल को गोली मारते हुए देखा तो सोचा कि वह भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे सकता है. खुद को डॉन बनाने की सोची और अतीक की हत्या का प्लान बनाकर उसे मार दिया.