नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत-अमरीका साझेदारी 21वीं सदी का निर्णायक क्षण है। नई दिल्ली में अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स की 31वीं वार्षिक आम बैठक में उद्घाटन सम्बोधन में पीयूष गोयल ने परस्पर विकास और समृद्धि के लिए भारत-अमरीका व्यापार और निवेश संबंधों में विविधता लाने और सुदृढ करने को कहा।
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच द्विपक्षीय व्यापार पिछले कुछ वर्षों में सबसे अधिक रहा है और आने वाले वर्षों में इसे कई गुना बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक दो ट्रिलियन डॉलर का निर्यात लक्ष्य अमेरिका जैसे साझा मूल्यों और समान विचारधारा वाले देशों के साथ साझेदारी को मजबूत करने से संभव है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि निकट भविष्य में और अधिक अमरीकी कम्पनियां भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर काम करेंगी।
केन्द्रीय मंत्री ने अमरीका की कंपनियों को भारत में अपना आधार तैयार करने और अफ्रीका तथा दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे नए बाजारों तक विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भारत हाल के नीतिगत सुधारों के साथ अमरीकी कंपनियों को सुनिश्चित समृद्धि और विकास का अवसर उपलब्ध कराता है। पीयूष गोयल ने भारत-अमरीका संबंधों के विजन के रूप में फाइव टी – टैलेंट, टेक्नोलॉजी, ट्रेडिशन, ट्रेड और ट्रस्टीशिप का उल्लेख किया।