कर्नाटक: कर्नाटक में प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने के बाद भी कांग्रेस की मुश्किलें खत्म नहीं हुई हैं. शनिवार को आए चुनावी नतीजों के बाद से इस बात का सबको इंतजार है कि आखिर कर्नाटक का ‘किंग’ कौन बनता है. कांग्रेस की तरफ से डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया रेस में हैं. रिपोर्ट की मानें तो सिद्धारमैया कर्नाटक की रेस में डीके शिवकुमार से आगे चल रहे हैं. हालांकि अब तक इसे लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. कांग्रेस खेम में कर्नाटक नेतृत्व को लेकर लगातार मंथन चल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे आज कर्नाटक के सीएम का एलान कर सकते हैं. मंगलवार को सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ने अलग-अलग कांग्रेस प्रमुख से उनके आवास मुलाकात की.
किसे मिलेगी कर्नाटक की सत्ता?
1. जी न्यूज ने सूत्रों के हवाले बताया कि दिन में राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और कहा कि कर्नाटक उनका गृहराज्य है. सोनिया गांधी उनके फैसले से सहमत रहेंगी, इसलिए उन्हें सोनिया गांधी से पूछने की जरूरत नहीं है.
2. खड़गे के साथ मीटिंग में राहुल गांधी ने ऑब्जर्वर रिपोर्ट देखने से भी मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि जो गवर्मेंट फॉर्मेशन हो वो जनता के मैंडेट का प्रतिनिधित्व करे. उन्होंने कहा कि गरीबों, पिछड़ों, महिलाओं और माइनॉरिटी ने हमें वोट दिया है, इसलिए सरकार के कैबिनेट को उनका प्रतिनिधित्व करना चाहिए. साथ ही जो 5 गारंटी का वादा कांग्रेस ने किया था उसे पूरा किया जाए.
3. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि खड़गे के आवास पर बुधवार को भी वरिष्ठ नेताओं की बैठक हो सकती है, जिसमें सहमति बनाने का प्रयास किया जा सकता है. खड़गे ने सोमवार को भी पार्टी के तीनों पर्यवेक्षकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की थी. पर्यवेक्षकों ने नवनिर्वाचित विधायकों की राय के आधार पर उन्हें अपनी रिपोर्ट भी सौंपी थी.
4. इस बीच, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर ने भी अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि अगर पार्टी आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देता है तो वह इसे संभालने के लिए तैयार हैं.
5. खड़गे ने कर्नाटक में पार्टी विधायक दल का नेता चुनने के लिए मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक कर विस्तृत चर्चा की. खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक में पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला शामिल हुए. इसके बाद शाम के समय खड़गे ने पहले डीके शिवकुमार और सिद्धरमैया से अलग-अलग मुलाकात की.
6. पहले शिवकुमार खड़गे के आवास पर पहुंचे और वहां करीब आधे घंटे तक रहे. उनके जाने के बाद सिद्धरमैया ने कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की. सिद्धरमैया एक घंटे से अधिक समय तक खड़गे के आवास पर रहे. इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से बात नहीं की. खड़गे से मुलाकात के बाद सिद्धरमैया ने वेणुगोपाल से मुलाकात की. इसके बाद वेणुगोपाल ने खड़गे से चर्चा की.
7. खड़गे से मुलाकात से पहले शिवकुमार ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी मेरा मंदिर है, कांग्रेस पार्टी हमारी सबसे बड़ी ताकत है. इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है.’ उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से जुड़ी एक खबर को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके लिए मां की तरह है और इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता.
8. कुरुबा समुदाय से ताल्लकु रखने वाले सिद्धारमैया और वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं. वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री का फैसला अगले एक-दो दिन में हो जाएगा.
9. मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पार्टी के तीनों पर्यवेक्षकों के साथ सोमवार को गहन मंत्रणा की थी, लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका था. खड़गे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. तीनों पर्यवेक्षकों ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अलग-अलग बात कर उनकी राय जानी थी और फिर उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.
10. कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें जीतीं. वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जनता दल सेक्युलर ने क्रमश: 66 और 19 सीटें मिलीं.