कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के वादुलिया स्थित गंगारामचक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कोलियरी में सोमवार को हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 7 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। घटना के तुरंत बाद पुलिस और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
प्रारंभिक जांच और घटना का विवरण
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, विस्फोट कोयला क्रशिंग के दौरान हुआ, जिससे खदान के अंदर मौजूद मजदूर फंस गए थे। विस्फोट इतना जोरदार था कि कई मजदूरों के शव टुकड़े-टुकड़े हो गए। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, असावधानी के कारण यह घटना हो सकती है।
स्थानीय लोगों में रोष
यह खदान पीडीसीएल द्वारा लीज पर ली गई है और राज्य सरकार के अधीन आती है। विस्फोट से पहले खदान के अंदर मजदूरों की उपस्थिति की जांच क्यों नहीं की गई, इस सवाल को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है। घटना के बाद खनन प्राधिकरण के अधिकारियों के मौके से चले जाने से संदेह और गहरा गया है। पुलिस इस मामले की साजिश की आशंका से भी जांच कर रही है।
सरकारी कार्रवाई और मुआवजा
राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने और घायलों के इलाज का खर्च वहन करने का ऐलान किया है। स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और विस्फोट के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा सकता है।
सुरक्षा मानकों पर सवाल
यह ध्यान देने योग्य है कि बीरभूम में यह पहला खनन हादसा नहीं है। कुछ दिन पहले ही एक अन्य खदान में धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई थी, जिससे लगातार हो रही इन घटनाओं ने खदान सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।