नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। मुख्यमंत्री आतिशी (CM Atishi) ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि चुनाव की घोषणा से ठीक पहले उन्हें आधिकारिक सीएम आवास से बाहर फेंक दिया गया। आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि तीन महीने पहले उनके साथ ऐसी ही घटना घटी थी।
ये सब BJP की राजनीतिक साजिश का हिस्सा है: AAP
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब एक महिला मुख्यमंत्री को उनके सरकारी आवास से बेदखल किया गया है। सौरभ ने इसे बीजेपी की राजनीतिक साजिश करार दिया और जनता से अपील की कि वे उन नेताओं को वोट दें जिन्होंने उनके लिए काम किया। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह आप पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने और जेल भेजने में जुटी हुई है।
PWD ने आतिशी के आरोपों का जवाब दिया
इन आरोपों के बाद पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) ने अपना पक्ष रखा। विभाग ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी ने आवंटित सरकारी आवास का शारीरिक रूप से कब्ज़ा नहीं लिया था। विभाग ने बताया कि उनके द्वारा मांग किए गए बदलाव किए गए थे, लेकिन वह वहां शिफ्ट नहीं हुईं। लगातार रिमाइंडर भेजने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर आवंटन को रद्द कर दिया गया। विभाग ने यह भी बताया कि नया घर प्रस्तावित किया गया है।
सभी आरोप झूठे हैं, बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने भी आतिशी के आरोपों को झूठा बताया है। पार्टी ने कहा कि आतिशी ने अक्टूबर 2024 में आवंटित सरकारी आवास का इस्तेमाल नहीं किया ताकि अरविंद केजरीवाल को नाराज न किया जाए। इस कारण आवंटन रद्द कर दिया गया। बीजेपी ने यह भी कहा कि आतिशी को नए बंगले भी पेश किए गए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी चुनाव से पहले सहानुभूति हासिल करने के लिए झूठे दावे कर रही है।