लखनऊ: संभल में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। इस हिंसा को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार (6 दिसंबर) को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि अयोध्या नगरी और संभल में बाबर की सेना ने जो किया, वह वर्तमान में बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम से मेल खाता है। मुख्यमंत्री योगी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ा पलटवार किया।
अखिलेश यादव का कड़ा जवाब
अखिलेश यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार डीएनए चेक कराने की बात करते हैं, तो उन्हें सबसे पहले अपना और मेरा दोनों का डीएनए चेक कराना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “योगी भगवा वस्त्र पहनते हैं, लेकिन उन्हें इस तरह की बातें करने की शोभा नहीं देती। उन्हें अपनी गरिमा का ख्याल रखना चाहिए और जनहित के मुद्दों पर बोलना चाहिए।”
मुख्यमंत्री को जनहित के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी को प्रदेश की जनता और विकास के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि उनका ध्यान इन मुद्दों से हटकर ऐसे विवादास्पद बयानों पर केंद्रित है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके परिणामस्वरूप प्रदेश की जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
डीएनए चेक पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने किया कटाक्ष
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने कितनी साइंस पढ़ी है, और जीवविज्ञान का कितनी गहरी समझ रखते हैं, यह मुझे नहीं पता, लेकिन अगर वह बार-बार डीएनए चेक कराने की बात कर रहे हैं, तो उन्हें सबसे पहले खुद अपना और मेरा दोनों का डीएनए चेक कराना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं कर सकते, तो उन्हें डीएनए चेक करने की बात करना बंद कर देना चाहिए।”
अखिलेश यादव कानपुर में थे शादी समारोह में
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को कानपुर में एक शादी समारोह में शामिल हुए थे। उन्होंने पूर्व सांसद राजा रामपाल के बेटे और बहू को आशीर्वाद दिया और फिर एमएलसी कल्लू यादव के यहां भी शादी समारोह में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने अपनी टिप्पणी दी और मुख्यमंत्री योगी के बयानों पर पलटवार किया।
यह विवाद अब उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ लेता दिखाई दे रहा है, जहां दोनों प्रमुख नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं।