नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बार फिर सत्ता में वापसी का भरोसा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी लंबे समय बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत से चुनावी मैदान में है। कांग्रेस को भी इस बार लंबे समय बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद है। चुनावी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने India.com से खास बातचीत की और आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरने के लिए अपनी रणनीति का खुलासा किया।
केजरीवाल पर जमकर हमला
नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “केजरीवाल एक कमजोर विधायक और मुख्यमंत्री रहे हैं। उनकी खुद की विधानसभा सीट, नई दिल्ली क्षेत्र में सड़कें टूटी हुई हैं, लोगों को पानी नहीं मिल रहा, और बच्चों का स्कूलों में एडमिशन नहीं हो रहा है। अगर मुख्यमंत्री की सीट का हाल ऐसा है, तो आप समझ सकते हैं बाकी दिल्ली का क्या हाल होगा। नरेंद्र मोदी जी ने जितना देश का नुकसान किया है, उससे ज्यादा नुकसान केजरीवाल ने दिल्ली का किया है।”
‘शिक्षा-स्वास्थ्य मॉडल सिर्फ गुब्बारा’
संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “केजरीवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य के मॉडल का सिर्फ गुब्बारा बनाया हुआ है। मॉडल की बात छोड़ दीजिए, शिक्षा और स्वास्थ्य का हाल सामान्य से भी बुरा हो चुका है।” उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल कभी आमने-सामने सवालों का जवाब नहीं देते, और इस वजह से जो वह दिखाते हैं, लोग उसे सच मान लेते हैं।
‘शिक्षा के नाम पर सिर्फ स्कूलों की लीपापोती’
कांग्रेस नेता ने दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा की स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “स्कूलों में शिक्षा के नाम पर सिर्फ सौंदर्यीकरण का काम हुआ है, जबकि असल में कोई सुधार नहीं हुआ। पिछले साल 12वीं का रिजल्ट 1 लाख 30 हजार बच्चों का था, जबकि शीला दीक्षित के समय भी यही आंकड़ा था।” संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि शिक्षा में जो क्रांति शीला दीक्षित की सरकार के समय हुई थी, वह अब कहीं नजर नहीं आती।
‘शिक्षा क्रांति शीला जी की सरकार में हुई थी’
संदीप दीक्षित ने कहा, “ये बार-बार कहते हैं कि प्राइवेट स्कूल के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ने आ रहे हैं, लेकिन यह आंकड़ा सही नहीं है। जब शीला जी की सरकार थी, तब दिल्ली के 43% बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे। अब यह आंकड़ा घटकर 41% रह गया है। इसका मतलब साफ है कि शिक्षा में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि स्थिति और बिगड़ी है। हम पूरी कोशिश करेंगे केजरीवाल सरकार की असली हकीकत और उनके कामकाज को जनता के सामने लाने की।”
‘दिल्ली हमने बनाई है, हम फिर बना सकते हैं’
संदीप दीक्षित ने दिल्ली सरकार की मुफ्त बिजली और पानी स्कीम पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “किसी भी सरकार के काम को लोग पसंद करते हैं, हम अगर सत्ता में आए तो उसे जारी रखेंगे। हम यह भी कहेंगे कि दिल्ली हमने बनाई है, और हम इसे फिर से बना सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की स्थिति को सुधारने के लिए कांग्रेस के पास बेहतर योजनाएं हैं।
चुनाव की तैयारियों पर बयान
संदीप दीक्षित ने चुनावी तैयारियों के बारे में बात करते हुए कहा, “चुनाव की घोषणा अभी तक नहीं हुई है, लेकिन यह जनवरी-फरवरी में प्रस्तावित है। हम जनता के पास जाएंगे और उन्हें बताने की कोशिश करेंगे कि दिल्ली को हमने बनाया है और हम इसे फिर से सुधार सकते हैं। इसके साथ-साथ हम केजरीवाल सरकार की नाकामियों को भी जनता के सामने रखेंगे।”
दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस की रणनीति स्पष्ट है कि वे आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों को उनके कार्यकाल में हुई विफलताओं के आधार पर घेरने की योजना बना रहे हैं। संदीप दीक्षित के इन बयानों से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है।