नई दिल्ली: दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) को उम्मीद है कि वह एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी सरकार बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने की योजना बना रही है। इस राजनीतिक हलचल के बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने संकेत दिए हैं कि उन्हें तिमारपुर सीट से आगामी चुनाव में टिकट नहीं मिल सकता है। पांडे ने इसे लेकर अपनी राय सोशल मीडिया पर साझा की है।
तिमारपुर सीट से विधायक हैं दिलीप पांडे
तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक दिलीप पांडे ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि अब उनके लिए कुछ नया करने का समय आ गया है। पांडे ने लिखा, “राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने के बाद, अब समय है कि आम आदमी पार्टी में ही रह कर कुछ और करने का।” उन्होंने यह भी कहा कि तिमारपुर विधानसभा से चुनाव कोई भी लड़े, दिल्ली के मुख्यमंत्री केवल अरविंद केजरीवाल ही बनेंगे, और वे सुनिश्चित करेंगे कि दिल्लीवाले यह सुनिश्चित करें।
राम निवास गोयल का भी संन्यास का प्रस्ताव
इससे पहले, शाहदरा से ‘आप’ विधायक और दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की इच्छा जाहिर की थी। गोयल ने अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए यह प्रस्ताव दिया था।
पांडे की राजनीति में यात्रा
पांडे, जो सिंगापुर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर चुके थे, भारत वापस लौटे और भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भाग लिया। इसके बाद, उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी में शामिल होकर पार्टी के प्रमुख नेताओं में स्थान बनाया। पांडे 2019 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव भी लड़े थे, हालांकि वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार मनोज तिवारी से हार गए थे।
संतोषजनक कार्यकाल और पार्टी की योजनाएं
पांडे ने अपने ट्वीट में यह भी उल्लेख किया कि उन्हें राजनीति में एकमात्र संतोष इस बात से है कि ‘आप’ सरकार ने आम आदमी और गरीब लोगों के जीवन को आसान बना दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य की संभावनाएं प्रदान की हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में फरवरी माह में होने की संभावना है, और राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। अब यह देखना होगा कि दिलीप पांडे का आगामी चुनावों में क्या रोल होगा और क्या वे पार्टी के भीतर किसी नए कार्यभार की जिम्मेदारी संभालेंगे।