हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली। उनके निधन से राज्य और राष्ट्रीय राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। हरियाणा सरकार ने इस दुखद घटना के मद्देनजर 20 से 22 दिसंबर तक तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। साथ ही, 21 दिसंबर को एक दिन की छुट्टी की घोषणा की गई है, और प्रदेश में कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे।
चौटाला बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ थे
चौटाला कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और शुक्रवार को गुरुग्राम स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। हरियाणा सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, 21 दिसंबर को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी और नेताओं ने व्यक्त की शोक संवेदनाएं
ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। प्रदेश की राजनीति में वे वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी इस शोक अवसर पर ट्वीट करते हुए कहा, “इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की। यह अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें।”
चौटाला का राजनीतिक सफर
ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के सिरसा जिले के चौटाला गांव में हुआ था। उन्होंने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। चौटाला ने 2 दिसंबर 1989 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, और यह पद उन्होंने 22 मई 1990 तक संभाला। इसके बाद, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को 60 दिन में ही पद से हटा दिया गया था, तो चौटाला ने 12 जुलाई 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन पांच दिन बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके बाद, 22 अप्रैल 1991 को चौटाला ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला, लेकिन दो हफ्ते बाद ही केंद्र सरकार ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया। चौटाला की राजनीतिक यात्रा काफी उतार-चढ़ाव भरी रही, लेकिन उन्होंने हरियाणा की राजनीति में अपना विशेष स्थान बनाया।
राजकीय शोक के दौरान कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा
हरियाणा सरकार के आदेश के अनुसार, 20 से 22 दिसंबर तक प्रदेश में कोई भी सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। राज्य सरकार ने यह निर्णय ओम प्रकाश चौटाला के निधन को लेकर उनके योगदान और सम्मान को देखते हुए लिया है।
ओम प्रकाश चौटाला के निधन से हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है, और उनके परिवार, समर्थकों और प्रशंसकों के लिए यह एक गहरा दुखद समय है।