पिछले कई दिनों से देशभर में रेल पटरियों पर अवरोधक या गैस सिलेंडर रखकर ट्रेनों को पलटाने की साजिशें की जा रही हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड के रुड़की में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला है। यह सिलेंडर उस ट्रैक पर मिला, जहां से सेना के सामान को ले जा रही मालगाड़ी का मूवमेंट होना था। हालांकि, लोको पायलट की सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा टल गया।
लोको पायलट की सूझबूझ से बचा बड़ा हादसा
अधिकारियों ने बताया कि रेल मार्ग पर पड़ा मिला गैस सिलेंडर खाली था। मामले की गंभीरता को देखते हुए रुड़की कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर पुलिस और रेलवे ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, लक्सर से रुड़की की ओर जा रही बीसीएन मालगाड़ी के गार्ड को ढंढेरा रेलवे स्टेशन के पास सुबह करीब पौने सात बजे दूसरी रेलवे लाइन पर गैस सिलेंडर पड़ा हुआ दिखाई दिया। गार्ड ने इसकी सूचना मुरादाबाद रेलवे मंडल के अधिकारियों को दी, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने लक्सर स्टेशन अधीक्षक और जीआरपी को इसकी सूचना दी।
साजिश की आशंका
हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (देहात) स्वप्न किशोर ने न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रुड़की आने वाले रेल मार्ग के बीच में तीन किलोग्राम का एक छोटा सिलेंडर पड़ा हुआ था। सूचना मिलने पर आरपीएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और सिलेंडर को कब्जे में ले लिया। उन्होंने बताया कि यह सिलेंडर खाली था।
अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
किशोर ने बताया कि इस मामले में रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में रेलवे अधिनियम की धारा 150/क के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। लक्सर के जीआरपी प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि घटना के वक्त उस मार्ग पर कोई ट्रेन नहीं आ रही थी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया इसमें कोई साजिश नजर नहीं आ रही है, लेकिन फिर भी मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
सेना की ट्रेनों का मूवमेंट
गौरतलब है कि रुड़की-लक्सर रेलवे मार्ग पर जहां गैस सिलेंडर मिला है, वहां से सेना की ट्रेन का मूवमेंट होता है। इसी मार्ग से मालगाड़ी के जरिए सेना के वाहन और जवान दूसरी पोस्ट पर जाते हैं। यहां पर सेना के लिए अलग से रेलवे ट्रैक भी बिछा हुआ है।