नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) विंग्स इंडिया के सहयोग से 18 मई, 2023 को नई दिल्ली में विंग्स इंडिया 2024 से पहले एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम और प्रोमो वीडियो का अनावरण किया तथा विंग्स इंडिया 2024 पुस्तिका का विमोचन किया।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा कि सरकार अपनी भूमिका को विनियामक बनने के बजाय सुगमकर्ता के रूप में परिवर्तित कर देश के तेजी से बढ़ते उड्डयन बाजार के लिए क्षमता का सृजन करने पर विशेष ध्यान दे रही है।
गुरुवार को नई दिल्ली में विंग्स इंडिया 2024 के लिए पूर्वावलोकन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार ने क्षमताओं का सृजन करने, बाधाओं को दूर करने तथा प्रक्रियाओं को सरल बनाने की तीन सूत्री रणनीति अपनाई है जिसने इस सेक्टर को पिछले नौ वर्षों में 74 हवाई अड्डों की तुलना में तेजी से बढ़कर 148 हवाई अड्डों तक पहुंचाने में सहायता की है। उद्योग के लिए एक टार्गेट निर्धारित करते हुए, उन्होंने कहा कि अगले तीन से चार वर्षों में हवाई अड्डों, हेलीपोर्ट तथा वॉटरड्रोम की संख्या बढ़कर 200 से भी अधिक हो जाएगी।
2047 तक विश्व का सबसे बड़ा उड्डयन बाजार बन जाने की उद्योग की बढ़ती क्षमता पर अपने विचारों को साझा करते हुए, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘‘जब भारत अमृत काल से शताब्दी काल (2047) की अपनी यात्रा पर आगे बढ रहा है, भारतीय उड्डयन भी तीसरे सबसे बड़े घरेलू बाजार / अठारहवें सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय बाजार / सातवें सबसे बड़े घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रूपांतरित होकर वैश्विक रूप से सबसे बड़ा उड्डयन बाजार बन जएगा।” देश में एक अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन हब का सृजन करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए, उन्होंने कहा कि भारत और अन्य देशों के बीच बड़ी संख्या में हवाई सेवाएं तथा ओपेन स्काई समझौते इस लक्ष्य को पूरा करने में सहायता करेंगे।
नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रमुख हवाई अड्डों का विकास हो रहा है और उनमें से कई ने पहले ही विस्तार योजनाओं को लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, भारत वैश्विक रूप से 100 से भी कम गंतव्यों से जुड़ा है, लेकिन इसमें अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी में सुधार लाने की असीम क्षमता है। राजीव बंसल ने यह भी कहा कि छोटे विमान खंड में वृद्धि होती रही है। उन्होंने कहा, ‘‘नए हवाई अड्डों का उड़ान क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम के तहत उद्घाटन किया जा रहा है और यह श्रेणी-2 एवं श्रेणी-3 शहरों के अधिक से अधिक लोगों को घरेलू उड्डयन मानचित्र पर लाने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय उड्डयन कंपनियों द्वारा किए जा रहे बड़े ऑर्डरों से संकेत प्राप्त होता है कि भारत में अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन हब का सृजन करने का यह स्वप्न जल्द ही साकार हो जाएगा।
इस अवसर पर भारत के विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार, एयरबस के एमडी रेमी मैलार्ड, फिक्की के महासचिव शैलेश पाठक एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत के विमानपत्तन प्राधिकरण के अन्य अधिकारियों, विदेशी मिशनों तथा उद्योग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
हैदराबाद में 18 से 21 जनवरी, 2024 तक आयोजित होने वाला विंग्स इंडिया 2024 के एशिया के सबसे बड़े वाणिज्यिक, साधारण और व्यवसाय उड्डयन आयोजन बनने की उम्मीद की जाती है। विंग्स इंडिया 2024 सहयोगों को बढ़ावा देने, नवोन्मेषणों को प्रदर्शित करने तथा व्यवसाय अवसरों की खोज करने के लिए उड्डयन उद्योग के विश्वभर के विभिन्न हितधारकों और सहभागियों को एक साथ लाएगा।
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