रांची: झारखंड में हालिया विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल करने के बाद हेमंत सोरेन ने एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह शपथ ग्रहण समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में हुआ, जिसमें झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन के पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही हेमंत सोरेन ने कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। वह झारखंड के 24 साल के इतिहास में 4 बार मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता बन गए हैं। इससे पहले उनके पिता शिबू सोरेन और भाजपा के अर्जुन मुंडा तीन-तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके थे।
शपथ समारोह में प्रमुख हस्तियां शामिल
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, AAP सांसद राघव चड्ढा, और सांसद पप्पू यादव जैसी प्रमुख राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हुईं।
मुख्यमंत्री के तौर पर हेमंत सोरेन का सफर
हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह शपथ उन्होंने JMM, कांग्रेस और राजद गठबंधन के समर्थन से ली थी। इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसंबर 2014 तक था। इसके बाद उन्होंने 29 दिसंबर 2019 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन 31 जनवरी 2024 को ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फिर जमानत मिलने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सबसे बड़ी चुनावी जीत
इस बार हेमंत सोरेन की नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अब तक की सबसे बड़ी चुनावी जीत हासिल की है। JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और 34 सीटें जीतकर सत्ता में वापस आई। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के तहत कांग्रेस ने 16 सीटें, राष्ट्रीय जनता दल ने 4 सीटें और भाकपा (माले) एल ने 2 सीटें जीतीं। वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 24 सीटें मिलीं। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 सीटों का है।
रिकॉर्ड समय तक मुख्यमंत्री बने रहने की ओर
हेमंत सोरेन झारखंड के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने लगातार दो बार सरकार बनाई है। वह राज्य की मुख्यमंत्री के रूप में अब तक 2169 दिनों तक कार्यरत रहे हैं, और यदि वह अपनी चौथी पारी के 40 दिन पूरे करते हैं, तो वह झारखंड में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।
राज्य के पहले महिला विधायक का समर्थन
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार की विश्वासमत प्रक्रिया में एक और महत्वपूर्ण बात यह रही कि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, जो कि राज्य विधानसभा की सदस्य हैं, ने सरकार के पक्ष में मतदान किया। यह पहला अवसर था जब राज्य के किसी मुख्यमंत्री की पत्नी ने विधानसभा में सरकार के पक्ष में मतदान किया।