केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ गठजोड़ की संभावना से फिर इनकार किया, कहा- ‘हम अकेले चुनाव लड़ेंगे’

Kejriwal again ruled out the possibility of an alliance with Congress, said- 'We will contest the elections alone'

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना को लेकर एक बार फिर इनकार कर दिया। इससे पहले मीडिया में खबरें थीं कि दोनों दल मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव में भाग ले सकते हैं।

केजरीवाल ने मंगलवार को स्पष्ट रूप से कहा, “आप दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।” उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब मीडिया में चर्चा थी कि दोनों पार्टियां फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन कर सकती हैं।

केजरीवाल ने दिया कांग्रेस को झटका
इस महीने की शुरुआत में भी केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना से इनकार किया था। इस बीच, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के घटकों के बीच गठजोड़ को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं। इन चर्चाओं ने जोर तब पकड़ा जब कांग्रेस ने बुधवार को अपने ‘न्याय चौपाल’ कार्यक्रम को रद्द कर दिया।

शरद पवार से मुलाकात
मंगलवार को, अरविंद केजरीवाल ने राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। यह मुलाकात खास महत्वपूर्ण है क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन के अंदर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गठबंधन का नेता बनाने की मांग उठ रही है, जबकि वर्तमान में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस गठबंधन के अध्यक्ष हैं।

ममता बनर्जी को लीडर बनाने की मांग
पवार से मुलाकात के दौरान, ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रमुख बनाने की मांग के बारे में भी चर्चा हुई। इस राजनीतिक गठबंधन में विभिन्न राज्यों की प्रमुख पार्टियां शामिल हैं, और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम इस गठबंधन में एक प्रमुख नेतृत्व के रूप में उभर रहा है।

सावधानी से कदम उठा रही हैं कांग्रेस और आप
हालांकि, अभी तक न तो केजरीवाल ने और न ही आप ने इस मुलाकात के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी की है। सूत्रों के अनुसार, इन घटनाक्रमों को इस तरह देखा जा रहा है कि कांग्रेस और आप आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी रणनीतियों में सावधानी से कदम उठा रही हैं, ताकि भविष्य में विकल्प खुले रहें।

इस बीच, दिल्ली विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच संभावित गठजोड़ या चुनावी मुकाबले को लेकर चर्चा तेज हो गई है, और राजनीति के कई पत्ते अब तक खुले नहीं हैं।

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