लखनऊ: लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान के एल राहुल पिछले हफ्ते लगी पैर की चोट के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सीज़न और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डबल्यूटीसी) के फाइनल से बाहर हो गये हैं। राहुल ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की।
सुपर जायंट्स ने इससे पहले एक विज्ञप्ति में कहा था कि राहुल को सर्जरी की जरूरत होगी और वह “लंबे समय तक” क्रिकेट से दूर रहेंगे। राहुल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर कहा,“चिकित्सकीय टीम के साथ सावधानीपूर्वक विचार और परामर्श के बाद, यह निष्कर्ष निकाला गया है कि शीघ्र ही मेरी जांघ की सर्जरी होने वाली है। मेरा ध्यान आने वाले हफ्तों में अपने आप को पूरी तरह फिट करने पर रहेगा। यह एक कठिन फैसला है, लेकिन मुझे पता है कि पूरी रिकवरी सुनिश्चित करने के लिए यह सही है।”
उल्लेखनीय है कि सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बीच पिछले हफ्ते लखनऊ के इकाना स्टेडियम पर खेले गये मुकाबले की पहली पारी में फील्डिंग करते हुए राहुल को चोट लगी थी। वह उस समय टीम स्टाफ की मदद से मैदान से बाहर चले गये और सुपर जायंट्स की ओर से 127 रन के लक्ष्य का पीछा करने भी नहीं उतरे थे। उन्होंने हालांकि सुपर जायंट्स की 18 रन की हार में 11वें नंबर पर आकर तीन गेंदों का सामना किया था। राहुल ने कहा, “ टीम के कप्तान के रूप में, मुझे इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान वहाँ नहीं होने का बहुत दुख है। लेकिन, मुझे विश्वास है कि मेरी टीम हमेशा की तरह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी।”
उन्होंने कहा,“पूरी तरह से निराश हूं कि मैं अगले महीने टीम इंडिया के साथ ओवल (डब्ल्यूटीसी फाइनल) में नहीं रहूंगा। मैं नीले रंग में वापस आने और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए वह सब कुछ करूंगा जो मैं कर सकता
हूं। यह हमेशा मेरी प्राथमिकता रही है।”यह पिछले एक साल में राहुल की दूसरी बड़ी चोट है। इससे पहले उन्हें 2022 में भी स्पोर्ट्स हर्निया हुआ था जिसके लिए उन्होंने सर्जरी करवाई थी। सुपर जायंट्स इस समय अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है। राहुल की अनुपस्थिति में क्रुणाल पांड्या टीम की कमान संभालेंगे। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के विरुद्ध पिछले मैच में भी कप्तानी की थी, हालांकि वह मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था।
राहुल का करियर हाल के समय में उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। टेस्ट क्रिकेट में खराब फॉर्म के बाद उन्हें उप-कप्तान के पद से हटा दिया गया और साथ ही उन्होंने टेस्ट एकादश में भी अपनी जगह खो दी। उन्होंने नवंबर 2022 में टी20 विश्व कप में भारत की हार के बाद से कोई टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी नहीं खेला है। एकदिवसीय क्रिकेट एक मात्र ऐसा प्रारूप है जहां वह भारत के लिये मध्यक्रम के बल्लेबाज होने के साथ-साथ विकेटकीपर की भूमिका भी निभा रहे हैं। राहुल डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी भारत के लिये विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका निभा सकते थे, हालांकि इस चोट के बाद भारत को अनुभवहीन श्रीकर भरत पर निर्भर रहना पड़ सकता है।