सहारा इंडिया में निवेश करने वाले लाखों लोग अभी भी अपनी निवेश राशि की वापसी का इंतजार कर रहे हैं। 18 जुलाई 2023 को सरकार ने CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया था, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाया गया। इस पोर्टल का उद्देश्य सहारा की मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटियों में निवेश करने वाले जमाकर्ताओं को उनके पैसे लौटाना है, लेकिन अब तक निवेशकों को संतोषजनक परिणाम नहीं मिले हैं।
कितना पैसा फंसा है?
सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SIRECL) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SHICL) को सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में 25,781.37 करोड़ रुपये SEBI के पास जमा करने का आदेश दिया था। 31 मार्च 2024 तक SEBI को 15,775.50 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, लेकिन निवेशकों को उनकी पूरी राशि वापस करने का काम अभी भी अधूरा है।
अब तक कितने निवेशकों को पैसा लौटा?
SEBI ने पात्र निवेशकों के दस्तावेज़ जांचने के बाद 17,526 लोगों को 138.07 करोड़ रुपये लौटाए हैं, लेकिन यह आंकड़ा बहुत कम है जबकि करोड़ों लोग अपनी रकम की वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
आगे का क्या प्लान?
सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को निर्देश दिया है कि बची हुई राशि को 9 महीने के अंदर लौटाया जाए। साथ ही, सहारा को मुंबई की वर्सोवा स्थित जमीन के डेवलपमेंट के लिए 1,000 करोड़ रुपये जमा करने का मौका दिया गया है। सहारा इंडिया कमर्शियल कॉरपोरेशन लिमिटेड (SICCL) और इसके निदेशकों का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
निवेशकों को कब तक मिलेगा पैसा?
सरकार और SEBI का कहना है कि प्रक्रिया जटिल है और इसमें समय लगेगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत निवेशकों को पैसे लौटाने के प्रयास जारी हैं।
निवेशकों के सवाल और उम्मीदें
पोर्टल लॉन्च होने के बावजूद निवेशकों के मन में कई सवाल हैं। क्या उनकी मेहनत की कमाई उन्हें वापस मिलेगी? सरकार का कहना है कि हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसमें धैर्य जरूरी है। निवेशकों की उम्मीदें अब भी टिकी हुई हैं, और यह देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत सरकार और SEBI कितनी तेजी से रिफंड प्रक्रिया को पूरा कर पाते हैं।