पटना: बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू को अपने ही नेता से बहुत बड़ा झटका लगा है. दरअसल, जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह आज गुरुवार 11 मई को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. उन्हें दिल्ली के बीजेपी हेडक्वार्टर में सदस्यता दिलाई गई. ऐसा माना जा रहा है कि नेता के इस फैसले से बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बहुत बड़ा झटका लगेगा.
बता दें आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार का दाहिना हाथ माना जाता था. ऐसे में नेता का बीजेपी में शामिल होने से यकीनन नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचेगा. कयास लगाए जा रहे हैं कि आरसीपी के फैसले से मिशन 2024 यानी आगामी लोकसभा चुनाव जेडीयू को नुकसान होगा. नेता के भाजपा में शामिल होने की अटकलें काफी समय से लग रही थीं, लेकिन अब इन पर मुहर भी लग गई है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों बीजेपी के खिलाफ साल 2024 के आम चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय स्तर पर ‘विपक्षी एकता’ के प्रयास में जुटे हुए हैं. एक दिन पहले नीतीश ने झारखंड के मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद नीतीश ने कहा कि वह चाहते हैं कि अधिकतर विपक्षी दलों में एकजुटता हो जाए ताकि एक साथ आकर देश के इतिहास को बदलने की कोशिशों को नाकाम किया जा सके.
वहीं आज, 11 मई को नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि बातचीत तो होती ही रहती थी, लेकिन यह तय था कि हम एक बार आएंगे. इसलिए जरूरी है कि हम मिशन 2024 को लेकर एकजुटता के साथ काम करें.