CAT 2024 में 100 पर्सेंटाइल स्कोर करने वाले मणि प्रणीत चिलुकुरी ने पहली कोशिश में ही यह सफलता पाई

Mani Praneeth Chilukuri, who scored 100 percentile in CAT 2024, achieved this success in the first attempt itself

अमरवती: आंध्र प्रदेश के रहने वाले मणि प्रणीत चिलुकुरी ने CAT 2024 में 100 पर्सेंटाइल स्कोर करके एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। यह उपलब्धि उन्होंने अपनी पहली कोशिश में ही हासिल की, और सबसे खास बात यह है कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग के, केवल सेल्फ स्टडी के दम पर यह सफलता प्राप्त की। IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने वाले मणि का सपना है कि वह IIM में दाखिला लें या ISB हैदराबाद के यंग लीडर्स प्रोग्राम का हिस्सा बनें। पढ़ाई के अलावा मणि को स्पोर्ट्स, म्यूजिक, और फोटोग्राफी में भी गहरी रुचि है।

पहले प्रयास में सफलता के पीछे की रणनीति
मणि ने CAT 2024 की तैयारी कुछ सप्ताह पहले ही शुरू की थी। अपनी व्यस्त दिनचर्या के कारण वह ज्यादा समय नहीं दे पाए, लेकिन उन्होंने यूट्यूब वीडियो के माध्यम से परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस को समझा। इसके बाद, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करके मणि ने परीक्षा की संरचना को अच्छी तरह से जाना। मणि का मानना है कि किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए संयमित और स्पष्ट मानसिकता सबसे ज्यादा मायने रखती है। यही दृष्टिकोण उन्हें जेईई मेन और एडवांस्ड जैसी कठिन परीक्षाओं में भी सफलता दिला चुका है।

CAT 2024 टॉपर ने तैयारी कैसे की थी
मणि ने CAT के तीनों सेक्शंस के लिए अलग-अलग रणनीतियां अपनाईं:
.VARC (वर्बल एबिलिटी और रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन): मणि ने पैसेज पढ़ने के दौरान नोट्स लिए और किसी भी सवाल का अनुमान लगाने के बजाय गहराई से समझने पर जोर दिया।

.DILR (डेटा इंटरप्रिटेशन और लॉजिकल रीजनिंग): मणि ने समस्याओं को सुलझाने के लिए शांत और संयमित रवैया अपनाया। उन्होंने पैटर्न को जल्दी पहचानने और सटीक उत्तर देने पर फोकस किया।

.QA (क्वांटिटेटिव एबिलिटी): गणित में मजबूत पकड़ की वजह से मणि को इस सेक्शन में काफी मदद मिली। उन्होंने सटीकता बनाए रखते हुए स्पीड से सवाल हल किए।

स्टूडेंट्स के लिए प्रेरणा
मणि प्रणीत की सफलता यह साबित करती है कि बिना किसी कोचिंग के भी, सही रणनीति और मानसिक स्पष्टता के साथ किसी भी परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है। मणि का मानना है कि परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए सही तैयारी, मानसिक स्पष्टता और आत्मविश्वास जरूरी है। उनकी यह कहानी लाखों छात्रों को प्रेरित करती है कि मेहनत और सही दृष्टिकोण से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

मणि की सफलता यह दर्शाती है कि अगर आपका आत्मविश्वास मजबूत हो और आप अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहें, तो कोई भी बाधा आपके रास्ते में नहीं आ सकती।

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