नई दिल्ली: हिंदू धर्म में किसी भी पूजा-पाठ, शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश या सगाई जैसे मांगलिक कार्य करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। शुभ मुहूर्त के आधार पर ही शादी-विवाह की डेट तय होती है। ऐसे में अगर आप भी कोई शुभ कार्य करने की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको जल्दी तारीख तय कर लेनी चाहिए, क्योंकि इसके बाद आपको पूरे एक महीने का लंबा इंतजार करना होगा। आइए जानते हैं कि क्यों शुभ कामों के लिए एक महीने का इंतजार करना पड़ेगा।
शुरू होने वाला है खरमास
वैदिक शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य गोचर करके धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास शुरू होता है और इसे धनु संक्रांति भी कहा जाता है। इस समय के दौरान, जब तक सूर्य धनु राशि में रहते हैं, तब तक शुभ कार्यों का आयोजन नहीं किया जाता, क्योंकि इस अवधि में शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती। इस दौरान विशेष रूप से भगवान विष्णु और भगवान सूर्य देव का पूजन किया जाता है।
खरमास 2024 कब होगा शुरू?
इस बार 15 दिसंबर 2024 को सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसके साथ ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी। इस दौरान, जब तक सूर्य देव मीन राशि में रहते हैं, कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता। इस समय केवल पूजा-पाठ, अनुष्ठान, स्नान और दान करना फलदायी माना जाता है।
क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य?
खरमास के दौरान हिंदू धर्म में शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, सगाई आदि जैसे शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। यदि आप भी कोई मांगलिक कार्य करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको 15 दिसंबर से पहले ही इसे पूरा कर लेना होगा या फिर खरमास के खत्म होने का इंतजार करना होगा। ध्यान रहे कि खरमास करीब एक महीने तक चलते हैं और यह 15 दिसंबर से शुरू होकर 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन समाप्त होंगे।