महाराष्ट्र: महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर भूचाल आया हुआ है. शरद पवार के भतीजे अजित पवारने एक बार फिर करवट बदली और इस बार एनसीपी को तोड़ दिया. एनसीपी के विधायकों को तोड़ अजित पवार एकनाथ शिंदे और बीजेपी की गठबंधन सरकार में शामिल हो गए. अजित पवार डिप्टी सीएम बने और कई विधायक मंत्री बनाए गए. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अजित पवार ने पत्रकारों से बात की है. अजित पवार ने न सिर्फ विधायकों को तोड़ा बल्कि पूरी एनसीपी पर दावा ठोंक दिया है. अजित पवार ने कहा कि एनसीपी अब हमारी पार्टी है. हम एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव मैदान में उतरेंगे. एनसीपी के अधिकतर विधायक हमारे साथ हैं और संतुष्ट हैं. हमने महाराष्ट्र की भलाई के लिए ये फैसला किया है. हम शिंदे बीजेपी सरकार को एनसीपी के विधायकों के साथ समर्थन दे रहे हैं.
अजित पवार ने कहा कि अभी कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो पाया है. कुछ विधायक विदेश में हैं, लेकिन ये विधायक भी मेरे फैसले के साथ होंगे. अजित पवार ने कहा कि नागालैंड में एनसीपी के सात विधायक बीजेपी के साथ मिल गए. यही वहाँ ऐसा हो सकता है तो यहां क्यों नहीं हो सकता है. यहां भी महाराष्ट्र की भलाई के लिए ऐसा किया जा सकता है.अजीत पवार ने दावा किया कि एनसीपी जैसी थी वैसी ही रहेगी. विपक्ष आपस में लड़ रहा है. विपक्षी बैठक का कोई मतलब नहीं है. अजीत पवार ने कहा कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह हमारे साथ रहेगा. हम आगे मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे.
महाराष्ट्र की राजनाति में बड़ा उलटफेर हो गया है. शरद पवार की पार्टी एनसीपी टूट गई है. अजीत पवार राज्य के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. उनके साथ छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, धर्मराव अतराम, आदित्य तटकरे, संजय बाबूराव बनसोडे और अनिल पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. बताया जा रहा है कि अजीत पवार ने 35 विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र राज्यपाल को सौंपा है.
महाराष्ट्र की राजनाति में बड़ा उलटफेर हो गया है. शरद पवार की पार्टी एनसीपी टूट गई है. अजीत पवार राज्य के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. उनके साथ छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, धर्मराव अतराम, आदित्य तटकरे, संजय बाबूराव बनसोडे और अनिल पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली. बताया जा रहा है कि अजीत पवार ने 35 विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र राज्यपाल को सौंपा है. बता दें कि विधानसभा में एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं और ऐसा माना जा रहा है कि उनमें से 35 अजित पवार के साथ हैं. अजित पवार ने आज मुंबई में अपने आधिकारिक आवास ‘देवगिरि’ में पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों से मुलाकात की थी. बैठक में वरिष्ठ नेता छगन भुजबल समेत कई नेता मौजूद थे.