नई दिल्ली.शंघाई सहयोग संगठन ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। संगठन ने आतंक का वित्तपोषण रोकने, युवाओं में कट्टरता रोकने और स्लीपर सेल तथा आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों और उनकी सीमा पार आवाजाही समाप्त करने के उपाय करने पर बल दिया है।
संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की वर्चुअल माध्यम से बैठक के बाद नई दिल्ली घोषणा को स्वीकार किया गया। इसके अनुसार सदस्य देश आतंकवादी, अलगाववादी और चरमपंथी संगठनों की एकीकृत सूची बनाने के लिए सामान्य सिद्धांत और दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करेंगे। इन चरमपंथी संगठनों की गतिविधियां शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों में प्रतिबंधित हैं। सदस्य देशों ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के सैन्यीकरण का विरोध किया। इसके अलावा मादक पदार्थों के बढ़ते उत्पादन, तस्करी और दुरुपयोग तथा मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त धन का आतंकवाद के वित्तपोषण के रूप में इस्तेमाल करने के खतरों के बारे में चिंता व्यक्त की गई।