बेगूसराय: बेगूसराय जिले के नावकोठी थाना अंतर्गत एक पुलिस पदाधिकारी द्वारा एक नाबालिक के साथ अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में आवेदन मिलते ही बेगूसराय के एसपी मनीष ने सोमवार को कार्यवाही प्रारंभ कर दी। बखरी डीएसपी के नेतृत्व में नावकोठी थानाध्यक्ष मामला दर्ज कर आरोपी पुलिस पदाधिकारी को कस्टडी में लेकर पीड़ित को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया।
पीड़ित के अनुसार आरोपी अधिकारी ने एक केस के मामले में अपने आवास पर बुलाकर जबरन अप्राकृतिक यौनाचार किया। पुलिस प्रशासन की छवि कलंकित और शर्मसार हुआ है।
चर्चा है कि पहले तो पुलिस प्रशासन पर घूस लेने का आरोप लगता था, लेकिन अब मामले के पैरवी के नाम पर उनके परिजनों को बुलाकर अप्राकृतिक यौनाचार करने का भी आरोप लग रहा है। बेगूसराय के एसपी मनीष द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार एक व्यक्ति द्वारा दिये गये आवेदन के अनुसार जिले के नावकोठी थाना के पु.अ.नि. अरविंद शुक्ला द्वारा जेल में बंद एक आरोपी के परिजन को अपने आवास पर बुलाकर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करने का आरोप लगाया गया है।
आवेदन मिलते ही एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुये बखरी डीएसपी के नेतृत्व में नावकोठी थानाध्यक्ष द्वारा मामला दर्ज कर, आरोपी अधिकारी को कस्टडी में लेकर, पीड़ित से जांच पड़ताल कर उसे मेडिकल जांच के लिये भेज दिया। तत्पश्चात एसपी ने प्रथम दृष्या मामले में आरोपी पुलिस पदाधिकारी पु.अ.नि. अरविंद शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बखरी डीएसपी के नेतृत्व में सघन जांच पड़ताल कराते हुये विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है। जबकि मामले को लेकर स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चा की जा रही है।जब जनता का सेवक ही जनता का शोषण ही नहीं यौनाचार भी करने लगे, तो फिर आम जनता अपनी अपनी दुख दर्द सुनाने किस दरवाजे पर जायेगी।