राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज (4 नवंबर, 2024) राष्ट्रपति भवन में भारतीय विमानन क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली महिला अधिकारियों के एक दल से मुलाकात की। यह मुलाकात “द प्रेसिडेंट विद द पीपल” पहल के तहत हुई, जिसका उद्देश्य लोगों के साथ संबंध स्थापित करना और उनके विशेष योगदान की सराहना करना है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिक विमानन क्षेत्र में महिलाएं तकनीकी और परिचालन सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि भारत में 15 प्रतिशत एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, 11 प्रतिशत फ्लाइट डिस्पैचर और 9 प्रतिशत एयरोस्पेस इंजीनियर महिलाएं हैं। पिछले वर्ष, वाणिज्यिक लाइसेंस प्राप्त करने वाले पायलटों में से 18 प्रतिशत महिलाएं थीं। राष्ट्रपति ने इन साहसी महिलाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे नई सोच के साथ आगे बढ़ रही हैं और नए रास्तों पर चलने का साहस रखती हैं।
राष्ट्रपति ने बताया कि भारत सरकार के समावेशी प्रयासों से विमानन क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी हो रही है, और अब अधिक महिलाएं इस क्षेत्र को करियर के रूप में चुन रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि विमानन उद्योग में महिलाओं के लिए समान अवसरों का होना भी उतना ही आवश्यक है ताकि वे इस क्षेत्र में और प्रगति कर सकें।
श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि शिक्षा और प्रशिक्षण के साथ-साथ परिवार का समर्थन भी महिलाओं के करियर में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने सफल महिला अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करें।