नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पिछले छह वर्षों में राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों के समन्वय ने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक संकटों के बावजूद मजबूती दी है। शक्तिकांत दास ने अपनी सफलता का श्रेय कई सरकारी और वित्तीय संस्थानों के सहयोग को दिया, जिन्होंने कठिन वैश्विक परिस्थितियों में भारत की अर्थव्यवस्था को बेहतर दिशा दी।
पीएम मोदी का आभार
अपने छह साल के कार्यकाल के अंतिम दिन, शक्तिकांत दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभार व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “RBI गवर्नर बनने का मौका देने और मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री का आभार। उनके विचारों और समर्थन से हमेशा लाभ हुआ।”
वित्त मंत्री का समर्थन
शक्तिकांत दास ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि निर्मला सीतारमण के निरंतर समर्थन और सहयोग से राजकोषीय और मौद्रिक नीति का समन्वय सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस समन्वय ने भारत को वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में मदद दी।
वैश्विक चुनौतियों का सामना
शक्तिकांत दास के नेतृत्व में भारतीय रिजर्व बैंक ने कई वैश्विक आर्थिक संकटों का सफलतापूर्वक सामना किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए RBI के पूरे दल का आभार व्यक्त किया और कहा कि सभी ने मिलकर वैश्विक संकटों के दौरान भारत को एक विश्वसनीय आर्थिक संस्थान के रूप में स्थापित किया।
कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियां
शक्तिकांत दास का कार्यकाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा। दिसंबर 2018 में उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद शक्तिकांत दास ने RBI का कार्यभार संभाला और इसके बाद उन्होंने केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को बनाए रखते हुए अधिशेष हस्तांतरण जैसे जटिल विवादों को सुलझाया। उनके कार्यकाल के दौरान RBI ने सरकार को रिकॉर्ड लाभांश दिया।
कोविड-19 के दौरान कुशल नेतृत्व
कोविड-19 महामारी के दौरान शक्तिकांत दास ने भारत की मौद्रिक नीति की कुशलतापूर्वक निगरानी की। उनके नेतृत्व में, RBI ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिनसे भारत ने वैश्विक संकट के बावजूद आर्थिक पुनर्निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की। शक्तिकांत दास ने लॉकडाउन के दौरान उद्योगों और लोगों को राहत देने के लिए कई उपायों की घोषणा की, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को संकट के समय से उबारने में मददगार साबित हुए।
शक्तिकांत दास का प्रशासनिक अनुभव
शक्तिकांत दास की सफलता की कहानी RBI तक ही सीमित नहीं है। इससे पहले वे आर्थिक मामलों के सचिव और राजस्व सचिव रहे, जहां उन्होंने नोटबंदी और GST जैसे ऐतिहासिक निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रशासनिक अनुभव ने उन्हें RBI गवर्नर के रूप में कई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया।
निष्कर्ष
शक्तिकांत दास का कार्यकाल भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। उनके नेतृत्व में RBI ने न केवल वैश्विक आर्थिक संकटों का सामना किया, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई दूरदर्शी निर्णय भी लिए। उनका कार्यकाल भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और वैश्विक चुनौतियों के बीच एक मिसाल बनकर उभरा है।