नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को इकबाल दुर्रानी द्वारा अनुवादित सामवेद के हिंदी-उर्दू संस्करण का लोकार्पण करते हुए कहा कि सनातन धर्म में आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार के ज्ञान के बिना ज्ञान को पूर्ण नहीं माना जाता है। सामवेद के उर्दू और हिंदी में अनुवाद की हुई किताब की लान्चिंग पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पूजा करने और एक दूसरे प्रति घृणा को लेकर अपनी बात रखी है. संघ प्रमुख ने कहा है कि सबकी मंजिल तो एक ही है।…
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