इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट्स को पिछले कुछ दिनों से बम से उड़ाने की लगातार धमकियां मिल रही हैं, जिसके चलते केंद्र सरकार अब सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। सरकार कुछ एयरलाइनों को मिली बम की धमकियों के मद्देनजर कई कदमों पर विचार कर रही है, जिसमें फर्जी कॉल करने वालों को ‘नो-फ्लाई लिस्ट’ में डालना और फ्लाइट्स में एयर मार्शल की संख्या बढ़ाना शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने एयरलाइंस को मिली बम धमकियों पर चर्चा के लिए बैठक की। नागरिक उड्डयन मंत्रालय, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर फर्जी कॉल करने वालों की पहचान करने और ‘नो-फ्लाई लिस्ट’ को अपडेट करने पर काम कर रहा है।
एयर मार्शल की संख्या होगी दोगुनी
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर फ्लाइट में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने पर भी चर्चा की गई है। एनएसजी कमांडो की एक इकाई को मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय मार्गों और कुछ संवेदनशील घरेलू मार्गों पर एयर मार्शल के रूप में तैनात किया जाएगा। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़े वाले सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं।
बम से उड़ाने की झूठी धमकियां
पिछले तीन दिनों में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्गों पर संचालित लगभग एक दर्जन भारतीय उड़ानों को बम की झूठी धमकी मिली है। हाल ही में, दो उड़ानों – एक अकासा एयर और इंडिगो की – को बम की धमकी मिली, जो बाद में फर्जी कॉल निकली। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो खतरों के पीछे के दोषियों का पता लगाने के लिए साइबर सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस के साथ काम कर रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान संख्या क्यूपी 1335, जो दिल्ली से बेंगलुरु जा रही थी, को एक घंटे के भीतर इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी। बोइंग 737 विमान को वापस दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया और दोपहर करीब 2 बजे सुरक्षित रूप से उतारा गया।