नई दिल्ली: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर गृह राज्यमंत्री बंडी संजय कुमार, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, निदेशक आईबी तपन कुमार डेका और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “पुलिस बलों के जवान कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से किबिथू तक देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सदैव तैनात रहते हैं। चाहे त्योहार हो या आपदा, भीषण गर्मी, बरसात या सर्दी, हमारे जवान सीमाओं पर अडिग रहते हैं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।”
शाह ने कहा कि पुलिस स्मारक में स्थापित शिला हमारे जवानों की कर्तव्यपरायणता, प्रखर देशभक्ति और सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने 1959 में सीआरपीएफ के 10 जवानों द्वारा चीनी सेना का मुकाबला करते हुए दिए गए बलिदान को याद करते हुए कहा कि इसी कारण से हम 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाते हैं।
गृह मंत्री ने बताया कि अब तक 36,468 पुलिसकर्मियों ने देश की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिनमें से पिछले एक साल में 216 पुलिसकर्मियों ने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि यह जवानों का बलिदान ही है, जिसके कारण देश निरंतर प्रगति कर रहा है, और राष्ट्र उनके प्रति सदैव ऋणी रहेगा।
अमित शाह ने पुलिस बलों के इतिहास और कठिनाइयों को याद करते हुए कहा कि हमारे जवान हिमालय की दुर्गम चोटियों से लेकर कच्छ के मरुस्थलों और सागर की सीमाओं की रक्षा में तैनात रहते हैं। कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद और उत्तर-पूर्वी भारत में सुरक्षाबलों के कर्तव्य के प्रति समर्पण के कारण शांति स्थापित हुई है।
देश को भविष्य की चुनौतियों से आगाह करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि ड्रोन का खतरा, नार्कोटिक्स कारोबार, साइबर अपराध, धार्मिक भावनाएं भड़काने के प्रयास, और आतंकवाद जैसी समस्याएं हमारे सामने हैं, लेकिन हमारे जवान इन चुनौतियों का डटकर सामना करेंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 में विकसित भारत के निर्माण के सपने को साकार करने के लिए पुलिसकर्मियों को दृढ़ संकल्पित बताया और कहा कि नए आपराधिक कानूनों के अमल से देश की न्याय प्रणाली विश्व की सबसे आधुनिक प्रणाली बन जाएगी।
पुलिसकर्मियों के कल्याण हेतु योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री शाह ने बताया कि आयुष्मान CAPFs के माध्यम से 41 लाख से अधिक कार्ड वितरित किए गए हैं, जिससे 13 लाख दावों का निपटारा किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिसकर्मियों के लिए हाउसिंग सुविधाओं में भी वृद्धि की है, और प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना ने पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा में अवसर प्रदान किए हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, और उनके योगदान के कारण देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनेगा।