केंद्रीय वित्त मंत्री ने मधुबनी में ऋण आउटरीच कार्यक्रम की, की अध्यक्षता, विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणा

Union Finance Minister chairs credit outreach programme in Madhubani, announces various development schemes

बिहार: केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बिहार के मधुबनी में आयोजित एक ऋण आउटरीच कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में सांसद रामप्रीत मंडल, संजय कुमार झा, डॉ. अशोक कुमार यादव और विधायक विनोद नारायण झा, सुधांशु शेखर, और घनश्याम ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

इस अवसर पर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम. नागराजू, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अध्यक्ष केवी शैजी, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एम वी राव, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के अध्यक्ष मनोज मित्तल, और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के उप-प्रबंध निदेशक सुरिंदर राणा सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

1,121 करोड़ रुपये का ऋण वितरित, वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत कार्ड
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों द्वारा 50,294 लाभार्थियों को कुल 1,121 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए। इसके अलावा, क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम के दौरान 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के कुछ वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) कार्ड भी प्रदान किए गए।

नाबार्ड और सिडबी ने ग्रामीण सड़क परियोजनाओं के लिए मंजूरी दी
नाबार्ड और सिडबी ने इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न ग्रामीण सड़क परियोजनाओं के लिए क्रमशः 155.84 करोड़ रुपये और 75.52 लाख रुपये से अधिक की मंजूरी की घोषणा की। इससे क्षेत्र के ग्रामीण विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है।

स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी का दौरा
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्टालों का दौरा किया, जहां बैंकों और नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित उद्यमियों के स्थानीय उत्पाद और हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए थे। इस प्रदर्शनी में लगभग 25 स्टाल थे, जो स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों के उत्पादों को बढ़ावा दे रहे थे।

 

संविधान की प्रतियां भेंट और सीएसआर गतिविधियों की घोषणा
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री ने गणमान्य नागरिकों को मैथिली और संस्कृत में संविधान की पांच-पांच प्रतियां भेंट कीं। इसके अलावा, उन्होंने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत विभिन्न गतिविधियों की घोषणा की। इन योजनाओं के तहत बैंकों ने बालिका विद्यालयों में आधारभूत ढांचे को बेहतर बनाने के लिए सहायता देने का निर्णय लिया।

नए एम्बुलेंस की शुरुआत
कार्यक्रम के अंत में केंद्रीय वित्त मंत्री ने एक नई एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को मजबूत करने में मदद करेगा।

वित्तीय समावेशन और बैंकों के प्रयासों का जिक्र
भारतीय स्टेट बैंक के उप-प्रबंध निदेशक एम. नागराजू ने इस मौके पर जिले में वित्तीय समावेशन पहल के तहत बैंकों द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में केंद्रीय वित्त मंत्री को अवगत कराया।

इस कार्यक्रम ने बिहार में आर्थिक और वित्तीय समावेशन के प्रयासों को और भी मजबूत किया है और क्षेत्रीय विकास को एक नई दिशा दी है।

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