लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने सांसद के खिलाफ कथित बिजली चोरी का मामला दर्ज किया है। इससे पहले, पुलिस ने 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद में हुए हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर भड़काने के आरोप में बर्क के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
क्या है आरोप?
संभल के सब डिविजनल ऑफिसर (SDO) संतोष त्रिपाठी के अनुसार, सांसद पर भारतीय विद्युत अधिनियम, 1948 की धारा 135 के तहत बिजली चोरी का आरोप लगाया गया है। बर्क दीपा सराय इलाके में तीन मंजिला घर में रहते हैं। संपत्ति के निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों को केवल दो 2KW क्षमता वाले बिजली मीटर मिले, जबकि उस आकार के घर के लिए सामान्यतः 8 से 10 किलोवाट की आवश्यकता होती है। इसके बाद, दोनों मीटर हटा दिए गए और सांसद को नोटिस जारी किया गया।
छह महीने से मीटर की रीडिंग शून्य
स्थानीय बिजली विभाग की टीम गुरुवार सुबह सांसद के घर पहुंची और एक घंटे तक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि घर में बिजली आपूर्ति से जुड़ी कई अनियमितताएं पाई गईं। त्रिपाठी ने कहा, “सांसद के नाम पर रजिस्टर्ड मीटर में इस साल जुलाई से पिछले छह महीनों से शून्य रीडिंग आ रही थी। अन्य महीनों में कभी भी 100 यूनिट से अधिक की रीडिंग नहीं आई। हालांकि घर में पंखे, एयर कंडीशनर और अन्य उपकरण चल रहे हैं, इसलिये शून्य रीडिंग आना अविश्वसनीय है।”
‘कोई पक्षपात नहीं’
संभल की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) वंदना मिश्रा ने कहा कि सांसद के घर पर की गई छापेमारी अवैध बिजली कनेक्शनों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा थी। उन्होंने कहा, “इस मामले में पक्षपात का कोई सवाल नहीं है।” अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने बताया कि बिजली निगम के कर्मचारियों ने सांसद के घर पर छापेमारी से पहले पुलिस से मदद मांगी थी और पुलिस ने कार्रवाई के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की थी।
सांसद का क्या है पक्ष?
सांसद के वकील कासिम जमाल ने इस मामले पर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा, “सांसद के घर में 2 मीटर लगे हैं, जिनकी प्रत्येक की क्षमता 4 किलोवाट है। इसके अलावा, घर में 5 किलोवाट का जनरेटर और 10 किलोवाट का सोलर पैनल भी लगा है। हम इन तथ्यों को अदालत में पेश करेंगे।”