मुजफ्फरपुर में एक महिला मरीज का किडनी निकाल लिया गया । घटना उस वक्त हुई जब महिला यूट्रस का ऑपरेशन कराने के लिए झोलाझाप डॉक्टर के सहयोग से नर्सिंग होम में गई थी। ऑपरेशन के बाद जब महिला की हालत खराब होने लगी तब उसे बेहतर इलाज के लिए पटना लाया गया, तब अस्पताल में कीडनी निकाले जाने के गोरखधंधे की सच्चाई सामने आई।
घटना सुनीता देवी के साथ घटी है। मरीज के भाई का कहना है की उसकी बहन के पेट में दर्द था तो उसे लेकर नर्सिंग होम में गए। वहां जांच करने के बाद यूट्रस हटाने की बात कही गई। नर्सिंग होम के संचालक पवन कुमार ने ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर बाहर से बुलाने की बात कही । डॉक्टर आए और ऑपरेशन हुआ। लेकिन, इसके बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी । उसे पटना ले जाने को कहा। वहां विभिन्न हॉस्पिटल में गए। जांच में पता लगा की महिला का किडनी निकाल लिया गया है। इसके बाद परिजन अक्रोशित हो गए। फिलहाल, किडनी निकाले जाने के कारण मरीज की हालत गंभीर बानी हुई है।
नर्सिंग होम सचांलक ने किडनी निकालने की बात से की इनकार
संचालक पवन का कहना है की यूट्रस के अलावा राइट और लेफ्ट ओवरी का ऑपरेशन हुआ था। यूट्रस और दोनों ओवरी काटकर हटा दिया गया था। डॉक्टर मुजफ्फरपुर से आए थे । उनके यहां अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ था। ऑपरेशन के बाद मरीज का यूरिन बाहर नहीं निकला तो वे खुद अपने खर्चे पर उसे पटना ले गए थे। किडनी निकालने का आरोप गलत है।