नई दिल्ली: सूचना के अधिकार (RTI) के जवाब से यह महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि न तो वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न ही दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने-अपने कार्यकाल के दौरान दिवाली समारोह के लिए सरकारी धन का इस्तेमाल किया। पुणे स्थित कार्यकर्ता प्रफुल सारदा द्वारा दायर की गई RTI क्वेरी में दोनों प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल के दौरान दिवाली त्योहार के खर्च के बारे में विवरण मांगा गया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने दिया स्पष्ट जवाब
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा 3 जनवरी को प्राप्त जवाब में स्पष्ट किया गया कि किसी भी प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत खर्चों पर कोई सार्वजनिक धन खर्च नहीं किया गया था। PMO के अवर सचिव और केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी (CPIO) परवेश कुमार ने कहा, “प्रधानमंत्री का निजी खर्च सरकारी खाते से नहीं उठाया जाता है। प्रधानमंत्री कार्यालय प्रधानमंत्री के निजी खर्च के लिए कोई पैसा खर्च नहीं करता है।”
नरेंद्र मोदी के हीरे के उपहार पर विवाद
यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिकी प्रथम महिला जिल बिडेन को 7.5 कैरेट का हीरा उपहार में देने पर विवाद छिड़ गया। पीएम मोदी ने यह हीरा अपनी 2023 की यात्रा के दौरान जिल बिडेन को भेंट किया था। इस उपहार पर अंतरराष्ट्रीय बहस तब छिड़ी, जब अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी कीमत 20,000 अमेरिकी डॉलर आंकी। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रत्न की वास्तविक कीमत बहुत कम है, जिसका अनुमान 2 लाख रुपये से कम है, क्योंकि यह प्रयोगशाला में विकसित किया गया था।