पर्यावरण बचाओ वृक्ष बचाओ के संदेश को लेकर उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के युवक रोबिन सिंह 13321 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर अपने यात्रा के 186 वें दिन रविवार की शाम मधुबनी जिला के पंडौल पहुंचे। पर्यावरण सुरक्षा संरक्षण के संदेश को फैलाने के उद्देश्य से रोबिन सिंह ने तमिलनाडु के कन्याकुमारी से साइकिल यात्रा शुरू की है।
बकौल रोबिन ने 13 राज्यों की यात्रा साइकिल से कर मधुबनी जिला के पंडोल पहुंचे। बताया कि बिहार में खगड़िया जिला को पार करते हुए सहरसा मधेपुरा से सुपौल होते हुए मधुबनी के पंडौल पहुंचे हैं उन्होंने कहा कि भारत के हर जिले तक पहुंचकर पर्यावरण बचाओ वृक्ष बचाओ का संदेश लोगों को देना है इस पूरी यात्रा के लगभग 25 फ़ीसदी से अधिक पूरा होने और 50 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा साइकिल से करने का उद्देश्य जन जागरण फैलाना है ताकि इस अपने सुंदर पृथ्वी को खत्म होने से बचा सकें। उन्होंने कहा की साइकिल चलाने से कहीं कोई खर्च नहीं है। बस यही आशा करते हैं कि सब लोग मिलकर अपने सुंदर परिवेश को और सुंदर बनाएं, अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें सब मिलकर इस आवाज को आगे बढ़ाएं ताकि प्रत्येक व्यक्ति इस बात को समझे कि हर व्यक्ति जो सांस लेता है वह प्रकृति ही हमें उपलब्ध कराती है। एक-एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने परिवेश को स्वस्थ रखें। हम प्रकृति के द्वारा प्रदत्त हर वस्तु का शोषण और दोहन कर रहे हैं उसका सम्मान के साथ उपयोग करना सीखें।
जिला पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रमुख डॉ० श्याम सुन्दर चौधरी एवं दर्जनों लोगों के उपस्थिति में मधुबनी जिला के पंडौल प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सिद्ध पीठ दुर्गा पंचायतन मंदिर परिसर में सेवानिवृत्त शिक्षक सह मंदिर व्यवस्थापक श्री भोगेंद्र झा द्वारा मिथिला के पाग दुपट्टा से सम्मानित किया गया। तथा रात्रि विश्राम एवं भोजन रहिका प्रखण्ड के लखनपट्टी गांव में जिला धर्म जागरण प्रमुख आचार्य राघवेन्द्र राघव के आवासीय परिसर गोविन्द जीव सेवा संस्थान में हुआ।
पुनः सोमवार प्रातः 6:30 में पंडौल स्थित अनूप लाल परियोजना बालिका प्लस टू विद्यालय में वृक्षारोपण डॉ० श्यामसुंदर चौधरी के सानिध्य में हुआ तत्पश्चात समस्तीपुर के लिए साइकिल यात्री रोबिन सिंह ने प्रस्थान किए। मौके पर कान्हर कपिलदेव सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य गणेश जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह डॉ केशव चंद्र झा नगर कार्यवाह राम नारायण जी निर्भय कांत झा, बाबुल जी रूपम चौधरी सुशांत शेखर इत्यादि दर्जनों लोग उपस्थित रहे।