महाराष्ट्र में दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक खुली सभाओं, रैलियों पर लगी पाबंदी, जानें वजह….

महाराष्ट्र ।देश के कई राज्य भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं. कई राज्यों में पारा 40 डिग्री पार कर चुका है या इसके आसपास पहुंच चुका है. भीषण गर्मी और हीटस्ट्रोक को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने दोपहर के समय खुली रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया. मालूम हो कि रविवार को एक राज्य कार्यक्रम में हीटस्ट्रोक के कारण 13 लोगों की मौत के बाद सरकार ने गर्मी की लहर खत्म होने तक दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच बाहरी कार्यक्रमों, रैलियों पर पाबंदी लगा दी है. नवी मुंबई में राज्य सरकार द्वारा आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में भाग लेने के बाद लू लगने से 13 लोगों की मौत हो गई थी.

शिवसेना (उद्धव गुट) के किशोर तिवारी ने दो दिन पहले केंद्र और राज्य सरकार से इस तरह के सभी बड़े आयोजनों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनाने की मांग की थी ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो. लोढ़ा ने कहा कि यह फैसला नवी मुंबई में हुई दुर्भाग्यपूर्ण आपदा और भविष्य में इसी तरह की त्रासदियों से बचने के लिए लिया गया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को कहा कि सोशल मीडिया के नए फोटो/वीडियो को देखते हुए सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या पुरस्कार स्थल पर भगदड़ से मौतें हुई हैं?

पटोले ने सख्ती से कहा, सच्चाई क्या है और सरकार क्या दबा रही है? मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस दोनों को इस्तीफा देना चाहिए. मैं राज्यपाल रमेश बैस से इस शासन को बर्खास्त करने की अपील कर रहा हूं. इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने त्रासदी की एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच और कमियों के लिए दोषी पाए गए सभी लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी. यह रेखांकित करते हुए कि राज्य सरकार ने 25 लाख रुपये के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के लिए 13 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, तिवारी ने शिंदे-फडणवीस से प्रत्येक मृतक के परिजनों को कम से कम एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने को कहा, जो बेहद गरीब परिवारों से थे.

अन्य राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता अतुल लोंडे, क्लाइस क्रैस्टो, डॉ. रघुनाथ कुचिक, ट्रेड यूनियन्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के राज्य संयोजक विश्वास उतगी, एनजीओ और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस त्रासदी के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है. त्रासदी पर संवेदना व्यक्त करते हुए शाह ने कहा था, कल आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में भाग लेने के दौरान लू के कारण जान गंवाने वाले ‘श्रीसदास्य’ के निधन से मेरा दिल भारी है. मैं उन लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं, जिनका इलाज चल रहा है.

ये खबरें भी अवश्य पढ़े

Leave a Comment