नई दिल्ली: खान मंत्रालय ने खनन स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन के लोगो का अनावरण किया। ये शिखर सम्मेलन 29 मई 2023 को मुम्बई में आयोजित होगा। इस अवसर पर खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा कि स्टार्ट-अप देश के खनन क्षेत्र के सामने आने वाली तकनीकी चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इससे खनन क्षेत्र के विकास के लिए स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र का मार्ग प्रशस्त होगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, खान मंत्रालय 29 मई, 2023 को आईआईटी, बॉम्बे के सहयोग से मुंबई में पहला खनन स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन आयोजित करेगा। खान सचिव भारद्वाज ने शिखर सम्मेलन के लोगो का अनावरण करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि इस सम्मेलन में 150 से अधिक स्टार्ट-अप और 20 प्रमुख उद्योग भाग लेंगे।
खान मंत्रालय “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण को हासिल करने के लिए खनिजों की खोज और खनन में उत्पादकता और नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। श्री विवेक भारद्वाज ने कहा कि देश में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है। इसमें खनन क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने, अन्वेषण नई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाकर खनन उद्योग के लिए प्रक्रिया को सरल बनाने और इस तरह देश के खनिज उत्पादन को बढ़ाने में स्टार्ट-अप को शामिल करने की संभावनाएं हैं।
आईआईटी, बॉम्बे, पवई में आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन में अन्वेषण, आभासी वास्तविकता, स्वचालन, ड्रोन प्रौद्योगिकी, परामर्श आदि के क्षेत्र में स्टार्ट-अप भाग लेंगे।
शिखर सम्मेलन मुख्य रूप से नवाचार और तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो प्रदर्शन में सुधार, सुरक्षा और खनन व धातु विज्ञान के क्षेत्र में स्वायत्तता निर्माण में मदद करेगा। इस आयोजन के दौरान, खान मंत्रालय खनन और धातु विज्ञान के क्षेत्र में स्टार्ट-अप के साथ विचार-विमर्श करेगा। इस दौरान इस विषय पर भी विचार-विमर्श होगा कि ये स्टार्टअप किस प्रकार खनन क्षेत्र की गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। अन्वेषण, खनन क्षमताओं और खनन उद्योग में उत्पादन बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं।
शिखर सम्मेलन में खनिज अन्वेषण क्षेत्र के अग्रणी उद्योगों, वित्तीय संस्थानों और बैंकों के साथ बातचीत होगी। अन्वेषण, आभासी वास्तविकता, स्वचालन, ड्रोन प्रौद्योगिकी, परामर्श आदि के क्षेत्र में काम करने वाले छात्र और युवा पेशेवर इस आयोजन से लाभान्वित होंगे।