बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 12वीं यानी इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी कर दिया है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने रिजल्ट की घोषणा की, इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी उपस्थित रहे। इस साल कुल 12.92 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 86.50% परीक्षार्थी सफल हुए हैं।
पश्चिम चंपारण की बेतिया की रहने वाली प्रिया जायसवाल साइंस संकाय में बिहार की टॉपर बनीं हैं। प्रिया ने 484 अंक (96.8 प्रतिशत) प्राप्त किए हैं। वहीं, कॉमर्स संकाय में वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित जेएल कॉलेज की छात्रा रौशनी कुमारी ने 95 प्रतिशत (475 अंक) के साथ टॉप किया। आर्ट्स संकाय में अंकिता कुमारी ने 94.6 प्रतिशत (473 अंक) के साथ टॉप किया, और वह राजकीयकृत वीएन उच्च विद्यालय, सेहन की छात्रा हैं।
बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 1 से 15 फरवरी 2025 तक आयोजित की गई थीं। इस परीक्षा में कुल 12,92,313 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 6,50,466 छात्र और 6,41,847 छात्राएं थीं। परीक्षा का आयोजन राज्य के 38 जिलों के 1,677 परीक्षा केंद्रों पर हुआ था।
इस साल की परीक्षा में कुल 11,07,213 छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं, जबकि 1,72,869 छात्र असफल हुए हैं। परीक्षा में साइंस में 89.50 प्रतिशत, कॉमर्स में 94.77 प्रतिशत और आर्ट्स में 82.75 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं।
पिछले 5 वर्षों में रिजल्ट की तारीखें:
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2020 में 24 मार्च को रिजल्ट जारी हुआ था।
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2021 में 26 मार्च को रिजल्ट जारी किया गया था।
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2022 में 16 मार्च को रिजल्ट जारी किया गया था।
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2023 में 21 मार्च को रिजल्ट आया था।
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2024 में 23 मार्च को रिजल्ट जारी हुआ था।
पिछले 5 वर्षों में 12वीं का पासिंग प्रतिशत:
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2020 में 80.59% रहा।
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2021 में 78.04% रहा।
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2022 में 80.15% रहा।
बिहार बोर्ड पिछले छह सालों से इंटरमीडिएट रिजल्ट सबसे पहले जारी करने वाला बोर्ड बन चुका है। इस बार टॉपर्स को दोगुना इनाम मिलेगा। पहले रैंक वाले छात्र को 2 लाख रुपये, लैपटॉप, प्रमाण पत्र और मेडल मिलेगा, जबकि पहले यह राशि 1 लाख रुपये थी। दूसरे रैंक वाले छात्र को 1.5 लाख रुपये मिलेंगे, जो पहले 75,000 रुपये होते थे, और तीसरे रैंक वाले छात्र को 1 लाख रुपये मिलेंगे, जो पहले 50,000 रुपये मिलते थे। चौथे से दसवें रैंक तक के छात्रों को 30,000 रुपये मिलेंगे।