नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक स्मारक बनवाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार, 27 दिसंबर की देर रात एक विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि सरकार स्मारक के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान आवंटित करेगी। इस फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया।
इससे पहले, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में दिल्ली के यमुना नदी के किनारे एक स्थायी स्मारक बनाने की मांग की थी। खड़गे ने पत्र में कहा था कि डॉ. मनमोहन सिंह के ऐतिहासिक योगदान और उनके सम्मान को देखते हुए उनके अंतिम संस्कार के लिए ऐसी जगह आवंटित की जाए, जहां उनका स्मारक बन सके।
मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर होगा
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हुआ था। उनकी अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है, और यह शनिवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। अंतिम संस्कार का समय सुबह 11:45 बजे निर्धारित किया गया है।
कांग्रेस का आरोप: स्मारक और अंत्येष्टि के लिए स्थान की न मिलने की घटना का जानबूझकर अपमान
कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंत्येष्टि स्थल और स्मारक के लिए उपयुक्त स्थान नहीं ढूंढ पाना, भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार इस मामले में उपेक्षा कर रही है और इसके पीछे कुछ न कुछ राजनीतिक कारण हो सकते हैं।
यहां तक कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया था कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए, जो उनके योगदान को याद रखने के लिए उपयुक्त हो और वहां उनका स्मारक भी बनाया जा सके।